सलामी देकर राजकीय सम्मान के साथ किया गया सिपाही का अंतिम संस्कार
नागल. थाना क्षेत्र के गांव सोहनचिड़ा निवासी उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत सिपाही की सड़क हादसे में मौत होने पर गांव में कोहराम मच गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के गांव सोहनचिड़ा निवासी सचिन कुमार पुत्र महेंद्र सिंह 2016 बैच में यूपी पुलिस में भर्ती हुआ था तथा वर्तमान में बिजनौर के थाना किरतपुर में कार्यरत था और यूपी पुलिस में ही कार्यरत अपनी पत्नी संग किरतपुर में ही किराए पर रहता था कि रात्रि करीब दस बजे ड्यूटी के दौरान विभागीय कार्य से किसी गांव जा रहा था कि रास्ते की किसी अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। किरतपुर पुलिस द्वारा राजकीय सम्मान के साथ जवान के शव को पोस्टमार्टम उपरांत पैतृक गांव सोहनचिड़ा भिजवा दिया। मृतक सिपाही का शव गांव में पहुंचते परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। बताया जाता है कि मृतक सिपाही की पिछले वर्ष हो शादी हुई थी और बीते माह ऑपरेशन के द्वारा एक पुत्र की प्राप्ति हुई थी लेकिन अफसोस से वह पुत्र में दुनियां में नही रहा जिस कारण परिवार पर दुखो का भारी पहाड़ सा टूट पड़ा। शवयात्रा के दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा, सचिन तुम्हारा नाम रहेगा व सचिन सिपाही अमर रहे के नारे लगते रहे। दरियादिली दिखाते हुए सिपाही की अर्थी को कंधा देते हुए क्षेत्राधिकारी रामकरण सिंह, थाना निरीक्षक सूबेसिंह यादव व उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह भावुक हो गए। शमशान घाट में क्षेत्राधिकारी रामकरण सिंह, थाना निरीक्षक सूबेसिंह यादव उपनिरीक्षक सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में सहारनपुर स्थित पुलिस लाइन से पहुंची टुकड़ी ने अंतिम संस्कार से पूर्व सिपाही को सलामी दी गई तत्पश्चात सिपाही का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान समस्त ग्रामवासी व बिजनौर से विभागीय साथी भी मौजूद रहे लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि खुद को जनता का सबसे बडा हितैषी बताने वाले किसी भी जनप्रतिनिधि ने सिपाही की मौत पर जाना मुनासिब नहीं समझा जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
एसडी गौतम
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