Ticker

6/recent/ticker-posts

दस राज्यों में बिक रहे निगम की गौशाला के उत्पाद

 दस राज्यों में बिक रहे निगम की गौशाला के उत्पाद

गौमय उत्पाद तैयार करने वाली मां शाकुुुंभरी कान्हा गौशाला विश्व की अकेली गौशाला 

रिपोर्ट अमान उल्ला खान

सहारनपुर- नगर निगम द्वारा संचालित मां शाकुंभरी कान्हा उपवन गौशाला देश की इकलौती गौशाला है जिसके उत्पादों की राजधानी दिल्ली के अलावा देश के नौ राज्यों से ऑन लाइन डिमांड आयी है। मांग के अनुसार सभी उपभोक्ताओं को आपूर्ति की जा चुकी है। सबसे ज्यादा डिमांग गौमूत्र से निर्मित गोनाइल( फिनाइल) की रही है। 

वरिष्ठ प्रभारी गौशाला/मुख्य अभियंता निर्माण बी के सिंह ने बताया कि गौशाला में निर्मित उत्पादों की ऑन लाइन माध्यम से देश की राजधानी दिल्ली के अलावा केरल, ओडिसा, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और असम राज्यों में बिक्री हुई है। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा मांग पांच राज्यों, आसाम, केरल, आंध्र, बिहार व ओडिसा में गौमूत्र निर्मित गोनाइल की रही है। जबकि महाराष्ट्र में जैविक खाद, दिल्ली व पश्चिमी बंगाल में पूजा के लिए सम्भ्रानी कप तथा होली के अवसर पर गोमय गुलाल की मांग उत्तर प्रदेश के सीतापुर, लखनऊ से रही है। उन्होंने बताया कि निगम की गौशाला ने यह उपलब्धि गत दो महीने में अर्जित की है। गौशाला प्रभारी/निगम के पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी डॉ. संदीप मिश्रा ने बताया कि मंा शाकुंभरी कान्हा उपवन गौशाला में फिलहाल 25 उत्पाद तैयार किये जा रहे हैं। इन उत्पादों में गोनाइल, जैविक खाद, गौ काष्ठ, दिए, संभ्रानी कप, धूप बत्ती, अगरबत्ती, हवन स्टिक, तोरणद्वार, राखी, नेम प्लेट, तिरंगा चेस्ट बैज, गणेश-लक्ष्मी प्रतिमा, ओइ्म, स्वास्तिक, लक्ष्मी चरण, गाय-बछड़ा, गोमय प्राकृतिक पेंट, गोमय गुलाल, दूध-दही, घृत, बायो गैस आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि निगम की गौशाला विश्व की अकेली ऐसी गौशाला बन गयी है जो सबसे अधिक गौ-उत्पाद बनाने के लिए ‘विश्व रिकॉर्ड’ से सम्मानित हो चुकी है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि कुछ और अन्य उत्पाद बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

व्यापार मंडल प्रत्येक व्यापारी के साथ खड़ा है-जयवीर राणा / राजेश सिंघल