ईद उल फितर और ईद उल अज़हा की नमाज़ स्थानीय उल्मा से पढ़ाने की मांग
देवबन्द- देवबन्द वासियों की ओर से ईदगाह कमेटी को ज्ञापन सौंपकर ईद उल फितर और ईद उल अज़हा की नमाज़ स्थानीय उल्मा से पढ़ाने की मांग की गई।
(देवबन्द)उर्दू-हिंदी पाक्षिक"देवबन्द टुडे"देवबन्द की ओर से आज एक ज्ञापन मौलाना मोहम्मद सुफियान क़ासमी के निवास"आस्ताना ए क़ासमी"पर आयोजित ईदगाह कमेटी की बैठक में उपस्थित कमेटी पदाधिकारियों और सदस्यों को सौंपा गया।ज्ञापन में मांग की गई है कि देवबन्द की सभी मरकज़ी मस्जिदों,संस्थानों और पदों पर एक वर्ग विशेष का क़ब्ज़ा है।अतः देवबन्द वासियों के हिस्से में वर्षभर की दो अहम नमाज़े ईद उल फितर और ईद उल अज़हा की इमामत आनी चाहिए।इसलिए मौलाना सुफियान क़ासमी,मौलाना अहमद खिज़र शाह मसूदी,डॉक्टर शकेब क़ासमी,डॉक्टर यासिर नदीम, मौलाना मुफ़्ती आरिफ क़ासमी,मौलाना मुफ़्ती वासिफ क़ासमी और क़ारी फौज़ान से इमामत के फ्राइज़ अंजाम दिलाये जाएं।ज्ञापन प्राप्ति के समय मौलाना सुफ़यान क़ासमी,ख़्वाजा अनस सिद्दीक़ी, सुहैल अहमद सिद्दीक़ी, सईद अंसारी,उमैर उस्मानी,पत्रकार फहीम अख़्तर और तहसीन खान एडवोकेट उपस्थित थे।
रिपोर्ट-अमान उल्ला खान
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