सतसंग सुनकर धन्य होता है मानव जीवन-संत गुरुमुख दास
रिपोर्ट-एसडी गौतम
सतसंग की उपाध्यक्षता करते हुए आश्रम प्रबंधक महात्मा बाल ब्रह्मचारी श्री गुरुमुख दास जी महाराज ने संगत को निहाल करते हुए कहा कि सत्संग रूपी अमृत ज्ञान नसीब से प्राप्त होता है जिसे सुनकर मानव जीवन धन्य होता है। उन्होंने मानव समाज से गंदे व्यस्नो से दूर होकर सतगुरु रविदास जी महाराज सतगुरु स्वामी समनदास जी महराज के दर्शाए सतमार्ग पर चलने की बात कही। सतसंग से पूर्व गांव चकवाली से शुरू होकर विशाल शोभायात्रा गुरू रविदास आश्रम हरडेकी पर पहुंची जिसमे मधुर भजनों पर श्रद्धालु झूमते नजर आए। सतसंग उपरांत विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। शोभायात्रा का शुभारम्भ ग्राम प्रधान नकुल चौधरी ने रिबन काटकर किया। कार्यक्रम का संचालन केहर दास ने किया। इस दौरान महात्मा सूरज दास, महात्मा सतपाल दास, महात्मा अनुभव दास, महात्मा अमरदास, देवीदास, साध्वी मंतलेश दास, साध्वी भगवंती दास, अवनेश दास, परमाल सिंह गोंदवाल, विकास समनदासिया, सुरेश भगत, सागर समनदासिया, सुशील कुमार, सुंदरलाल, सतीश, रजनीश कुमार, राजेंद्र सिंह, दीनदयाल, नरेश दास, विशाल, शेखर, शुभम, दीपचंद, कंवरसिंह, श्यामलाल, इंद्रदास, मोहकम, रफल सिंह, हरपाल पाटिल, अमन कुमार, गुरुदयाल व कपिल दास समेत हजारों अनुयाई मौजूद रहे।


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