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स्पिक मैके की "स्पर्श कार्यशाला " का समापन

 स्पिक मैके की "स्पर्श कार्यशाला " का समापन

रिपोर्ट-अमान उल्ला खान

सहारनपुर-स्पिक मैके की के एल जी पब्लिक स्कूल मे चल रही "स्पर्श कार्यशाला "  के समापन समारोह मे बच्चो ने परंपरागत वाद्य सारंगी  एवम संतूर की प्रस्तुति दी।  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेयर डा अजय कुमार ने कहा की गुरु शिष्य परंपरा सबसे बड़ी है और हर गुरु अपने शिष्य की प्रगति एवम पहचान से प्रसन्न होता है। के एल जी की प्रधंनाचार्या बबिता मालिक ने गुलदस्ता भेट कर  सारंगी वादक गौरी, तरुण भट्टाचार्य  विशिष्ट अतिथि राजीव तिवारी एवम शिप्रा तिवारी का स्वागत किया। 

कार्यक्रम के प्रथम चरण मे सारंगी ग्रुप ने सारंगी के गज से हाथ का चलन , उसके बाद सा रे एवम ग प तक स्वर को सुंदरता  से प्रस्तुत किया। प्रथम चरण की द्वितीय प्रस्तुति मे गुरु गौरी बेनर्जी राग मारू बिहाग में प्रतुति दी। द्वितीय चरण मे संतूर पर बच्चो ने राग भूपाली मे सुंदर प्रस्तुति दी। अंतिम प्रस्तुति मे तरुण भट्टाचार्या जी ने राग किरवानी प्रस्तुत किया जिसमे दुर्जय भौमिक द्वारा तबले पर संगत दी गयी। समन्वयक शैफाली मल्होत्रा ने बताया कि के एल जी, डी पी  एस,रेनबो, के एल जी अंबाला रोड, सरस्वती विहार सीनियर सैकेंद्री स्कूल, स्प्रिंग बेल्स, दिशा भारती , जे वी जैन कालेज कुल 60 बच्चो ने कार्यशाला मे भाग लिया और 30 बच्चो ने आज प्रस्तुति दी। स्पिक मैके सहारनपुर के अध्यक्ष धर्मेंद्र रावत ने कहा  "स्पर्श कार्यशाला" मे वाद्यो का प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया है और जो बच्चे आगे बढ़ना चाहते है उनके लिये भी उचित व्यवस्था रहेगी। उपद्यक्ष डैनी सक्सेना ने कहा कि आज  सहरानपुर  बच्चो संतूर एवम सारंगी वाद्य बजाना सीख रहे है जिससे उनमे शास्त्रीय संगीत के प्रति रुझान बड़ेगा।  स्पिक मैके की की "स्पर्श कार्यशाला"  युवाओ को परंपरागत वाद्यो के प्रति सचेत करने मे अग्रणी भूमिका निभायेगी। मैनेजर वाई के गुप्ता ने कलाकारों एवम अतिथियों का धन्यवाद कर उन्हे भेट प्रदान की।कार्यक्रम अलका कुमार, नवीन गुप्ता,अनुराग सेठ उपस्थित थे।  कार्यशाला को सयोजित करने मे करने मे सुगंधा, मयंक कश्यप,प्रत्तीक पवार, शुभम, दीपाक्षी,अदृति, सुमित का योगदान रहा।

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