बांझपन अब लाइलाज नहीं-डा० गुंजन गुप्ता
डा० गुंजन गुप्ता ने बताया कि बांझपन अब लाइलाज नही है। अब हमारे देश में बहुत सी ऐसी टेक्नीक आ गयी है। जिससे महिलाएं गर्भधारण कर सकती है। इसमें से एक विधि आई. यू. आई. है । जिसमें पुरूष के शुक्राणु महिला के गर्भाश्य में छोड दिये जाते हैं। जिससे वह जल्दी गर्भ धारण कर लेती हैं। यह उन शादीशुदा जोड़ों के लिए ज्यादा लाभदायक है जिनके शुक्राणु कम हो है या शुक्राणु की गति कम होती है। डा० गुंजन गुप्ता ने आई.यू.आई. पर वर्कशाप की एवं महिला चिकित्सकों को यह टेक्नीक सिखाई।आब्स एवं गायनी एसोसिएशन की अध्यक्ष डा0 नैना मिगलानी ने बताया कि अब निसंतान दम्पति भी इस टेकनीक द्वारा माता पिता बन सकते हैं।गायनी सचिव डा0 गुनीता मेहता ने इस वर्कशाप में आयी सभी चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया ।इस वर्कशाप में डा0 सीमा अग्रवाल, डा० पूनम कुमार, डा० विनिता महरोत्रा, डा0 नैना मिगलानी, डा० दीपा अनेजा, डा० चित्रा मनचन्दा, डा० पूजा खन्ना, डा० गीता खन्ना, डा रेनू सिंघल, डा० गुनीता मेहता डा० नूतन उपाध्याय, डा० पूनम मखीजा, डा० अनुपम, डा० अनुश्री, डा० गायत्री सहगल आदि उपस्थित रहें।डा० गुंजन गुप्ता ने फारसी की तरफ से आई.यू.आई. के सर्टिफिकेट सभी महिला चिकित्सकों को दिये ।


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