अपनी सोच को पानी के बूंदो से भी ज्यादा साफ रखो-दानिश सिद्दीकी
रिपोर्ट-अमान उल्ला खान
दानिश सिद्दीक़ी महासचिव उर्दू तालिमी बोर्ड ने अम्बाला रोड़ स्तिथ एक सभागार में हज़रत अली के जन्म दिवस के उपलक्ष में गोष्ठी में कही। उन्होंने कहा था कि हम सब खुदा के नेक बंदे हैं, इसलिए हज़रत अली के बताए रास्ते पर चलकर ही सुकून से रह सकते हैं। हजरत अली का मानना था कि व्यक्ति को हमेशा सोच समझकर बोलना चाहिए । बोलने से पहले शब्द आपके गुलाम होते हैं लेकिन बोलने के बाद आप लफ्जों के गुलाम बन जाते हैं। अपनी सोच को पानी के बूंदो से भी ज्यादा साफ रखो। क्योंकि जिस तरह बूंदों से दरिया बनता है उसी तरह सोच से ईमान बनता है। इस दौरान अरशद रहमानी, नवेद उल हक़ सिद्दीक़ी, रय्यान सिद्दीक़ी,मौ.अब्बास, सज्जाद हुसैन एडवोकेट, खालिद अंसारी, राव रमीज के अलावा हज़रत अली दिवस पर विचार व्यक्त किये।

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