निगम के पेड़ बतायेंगे अपनी उम्र और प्रकृति में अपना योगदान
नगरायुक्त संजय चौहान ने नगर निगम परिसर में गूलर, आम, व गांधी पार्क में कटहल के पौधों का पौधारोपण कर प्रतीकात्मक रुप से वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की। उन्होंने पौधारोपण करते हुए गिरी हुयी पत्तियों से नगर निगम द्वारा बनायी जा रही जैविक खाद तथा पानी देकर पौधों को सिंचित भी किया। उनके साथ अपर नगरायुक्त राजेश यादव व मृत्युंजय ने भी पौधारोपण किया। नगरायुक्त ने गूलर पौधे के वानस्पतिक नाम फ़िकस रेसमोसा से अवगत कराते हुए बताया कि रबर के पौधे सहित फ़िकस कुल के अनेक वृक्ष हमारे इर्द-गिर्द खडे़ रहते हैं लेकिन हम उनके बारे में नहीं जानते। जबकि इनका ऑक्सीजन के माध्यम से प्रकृति संतुलन और मानव जीवन में अहम योगदान है। नगरायुक्त ने बताया किएक दो सौ साल पुराना पीपल का वृक्ष हर रोज करीब 250 लीटर ऑक्सीजन देता है। उन्होंने गांधी पार्क में अशोक का पेड़ दिखाते हुए कहा कि यह असली अशोक नहीं है। रावण की वाटिका में जिस अशोक के वृक्ष के नीचे सीता जी बैठी थी उसे सीता अशोक कहा जाता है। उन्होंने कहा कि यदि सीता अशोक कहीं मिल जाए तो उसे गांधी पार्क में अवश्य लगाएं। सीता अशोक का औषधीय दृष्टि से अत्यधिक महत्व है। नगरायुक्त ने नगर निगम द्वारा गांधी पार्क में पेड़ों से गिरी हुयी पत्तों की बनायी जा रही जैविक खाद प्रक्रिया का भी निरीक्षण किया और कई सुझाव दिए। उन्होंने वहां हरबल पार्क तथा नवगृह वाटिका विकसित करने का भी सुझाव दिया।

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