सत्संग में संतो के बताए मार्ग पर चलने और शिक्षित होने पर दिया गया जोर
संतो के प्रताप से हो रही सत्संगरूपी ज्ञानवर्षा, पाखंडवाद छोड़े समाज. एसडी गौतम
रिपोर्ट एसडी गौतम
रुड़की-अखिल भारतीय संत शिरोमणि सतगुरु रविदास मिशन के तत्वाधान मे सतगुरु रविदास आश्रम बहलपुर हंसोवाला में चतुर्थ वार्षिक संत समागम आयोजित किया गया। सत्संग का शुभारंभ भारतीय शिक्षा चेरिटेबल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ट समाजसेवी जयराम गौतम प्रधान ने रिबन काटकर तथा आश्रम कमेटी ने संत शिरोमणि सतगुरु रविदास जी महाराज सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज के श्रीचरणों में गुरुपूजा अर्पित कर आरती वंदना से किया।
सत्संग में संगत को निहाल करते हुए महात्मा राजकुमार दास ब्रह्मचारी जी ने कहा कि मन की आदत को बदलने के लिए सत्संग आवश्यक है जिससे कि मन के विकार खत्म हो जाते है और सदआचरण का जीवन में प्रवेश होता है। मुख्य अतिथि वरिष्ट समाजसेवी जयराम गौतम प्रधान ने सभी से निस्वार्थ भाव से समाजहित में सेवा करने और शिक्षित होने की बात कही। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए पत्रकार एसडी गौतम ने कहा कि गुरुमर्यादा सर्वोपरि है क्योंकि संत शिरोमणि सतगुरु रविदास जी महाराज जैसे संतो के प्रताप से ही आज सत्संगरूपी ज्ञानवर्षा हो रही है। उन्होंने सभी से पाखंडवाद आडंबर से दूर होकर संतो महापुरुषों के मिशन को गति देने और आगामी 10 जून को गुरु गद्दी शुक्रताल में आयोजित महान सत्संग को सफल बनाने की अपील की। उपाध्यक्षता करते हुए आश्रम प्रबंधक महात्मा मांगेदास ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए सभी से सतगुरु रविदास जी महाराज सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज व बाबासाहब के बताए रास्ते पर चलने की बात कही। संचालन मूलचंद चौहान ने किया।इस दौरान महात्मा मेघराज दास, महात्मा सतीश दास, महात्मा गंगेश्वर दास, महात्मा कंवरपाल दास, महात्मा तेलुदास, मांगेराम बर्मन, जिलाध्यक्ष विपिन बर्मन, युवा जिलाध्यक्ष जॉनी कट्टकवाल, शुभम मेहरा, परविंदर रविदासिया, कपिल क्रांतिकारी, अरुण कुमार, नेकीराम, देशराज, सुभाष दास, सावन बाबरे, इलू बर्मन, अनिल केशव, अरविंद डाबरे, बलवंत सिंह, दयाराम, कुलदीप दास, विक्रम दास, ताराचंद, धर्मपाल, भोला, मनीष सहारनपुरिया, मेनपाल, शुभम कल्सानिया, मनीषा, रेणु, जुली, गीता व कविता समेत हजारों अनुयाई मौजूद रहे।
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