सहारनपुर देहात के पौराणिक एवं सौंदर्यकरण मंदिरों व जर्जर सड़कों के जीर्णोद्धार सपा विधायक आशु मलिक ने याचिका समिति को सौंपा ज्ञापन
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-देहात विधानसभा क्षेत्र के पौराणिक एवं ऐतिहासिक स्थलों के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यकरणऔर क्षेत्र की जर्जर सड़कों के निर्माण हेतु स्थानीय विधायक ने विधान सभा की याचिका समिति को विस्तृत पत्र सौंपकर आवश्यक निर्देश जारी करने की मांग की है।
विधायक आशु मलिक द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कई प्राचीन मंदिरों की स्थिति अत्यंत जर्जर हो चुकी है तथा उनका जीर्णोद्धार और जनहित में अत्यंत आवश्यक है। इन स्थलों में शामिल हैं: कोटा बलियाखेड़ी का लगभग 300 वर्ष पुराना शिव मंदिर (माता शाकुम्भरी देवी मंदिर) माँ ज्वाला जी मंदिर आसनवाली, शिव मंदिर हरौड़ा, खजूरी अकबरपुर, शकलापुरी, दिनारपुर, नजीबपुर, वाजिदपुर पीकी, तेलीपुरा, देवी मंदिर पुवारका, रविदास मंदिर पुण्डेन, गोगामेड़ी जाहरवीर मेला स्थल छांचरेकी आदि।विधायक आशु मलिक ने यह भी उल्लेख किया कि इन स्थलों के विकास के लिए कई बार स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया गया, परंतु अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।इसके अतिरिक्त विधायक ने क्षेत्र की अत्यंत जर्जर सड़कों के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सहारनपुर देहात की कई मुख्य सड़कें लंबे समय से बदहाल हैं, जिनसे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इनमें प्रमुख हैं: सुनहटी खरखड़ी से शेखुपुर उर्फ छांचरेकी तक का 5 किमी लंबा खंड़जा मार्ग, खजूरी अकबरपुर में महाकाली मंदिर से गांव की ओर जाने वाला मार्ग, मक्काबास में गेस्ट हाउस से हरोड़ा तक का मार्ग, कैलाशपुर रसूलपुर रोड पर मैक्सफोर्ड वर्ल्ड स्कूल के पास की सड़क, दीनारपुर गागलहेड़ी में दया शुगर मिल से हरियाबांस तक की सड़क, भगवानपुर रोड पर रियासत की दुकान से जरीफ के खेत तक की सड़क का निर्माण हो विधायक आशु मलिक ने यह चिंता भी व्यक्त की कि कई मार्गों की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि किसी अप्रिय घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। स्कूल बसें, किसान और व्यापारी प्रतिदिन इन मार्गों से आवागमन करते हैं, जिससे आमजन को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने याचिका समिति के सभापति से मांग की कि पर्यटन और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर उक्त मंदिरों और मार्गों के जीर्णोद्धार एवं निर्माण कार्य तत्काल प्रभाव से प्रारंभ कराए जाए
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