निकाय चुनाव से बसपा को संजीवनी मिलने की उम्मीद
सहारनपुर-उत्तर प्रदेश के अंदर चल रहे नगर निकाय के चुनाव में जहां सभी राजनीतिक दलों द्वारा प्रथम चरण में अपने अपने प्रत्याशियों को जिताने हेतु एड़ी चोटी तक का जोर लगाया जा रहा है। बसपा सुप्रीमो बहन कुमारी मायावती ने निकाय चुनाव में ऐसे प्रत्याशियों का चयन किया है जिससे चुनाव के समीकरण विरोधी दलों की नींद उड़ाई हुई हैं और समीकरणों के आधार पर चुनाव में विरोधियों को सकते में डाल रखा है जिससे बहुजन समाज पार्टी को इस चुनाव से संजीवनी मिलने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में कुल सत्रह सीटों पर ग्यारह मुस्लिम को टिकट देकर तथा आगरा मेयर जैसी सीट पर एक वाल्मीकि को टिकट देकर सभी राजनीतिक दलों को सोचने पर मजबूर दिया है जिससे विरोधी दलों में बैचेनी सी बनी हुई है। सहारनपुर नगर निगम के चुनाव की बात की जाए तो एक तरफ सपा विधायक आशु मलिक अपने भाई नूर हसन के सामने किसी भी कीमत पर इमरान मसूद की भाभी खदीजा मसूद को चुनाव जीतने नही देना चाहते है क्योंकि खदीजा अगर इमरान मसूद के चेहरे पर चुनाव जीतती है तो विधायक आशु मलिक अपनी तोहीन समझेंगे वही अगर इमरान मसूद की भाभी चुनाव हारती है तो यह इमरान मसूद के राजनीतिक भविष्य पर ग्रहण लग सकता है और ऐसा वो हरगिज होने देना नही चाहते है। दलित मुस्लिम व पिछड़ा समीकरण के आधार पर बात की जाए तो निगम क्षेत्र में सर्वाधिक मतदाता यही लोग है और खास बात ये है कि जिले में विरोधी दलों में शामिल कई नेताओं द्वारा अंदरखाने बसपा प्रत्याशी को सपोर्ट किया जाना कहीं न कही अन्य प्रत्याशियो को टेंशन देने का कार्य कर रहा है। वैसे अगर देखा जाए तो जिले में बसपा अभी तक चुनाव में अच्छी फाइट में है लेकिन बीजेपी भी डॉ० अजय कुमार को प्रत्याशी बनाकर अपनी सधी हुई चाल लगातार चल रही है और किसी भी कीमत पर मेयर प्रत्याशी को जिताने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है, तो वहीं कांग्रेस पार्टी भी एड० प्रदीप वर्मा के जरिए खोया हुआ जनाधार वापस पाने की जंग लड़ रही है। वैसे निकाय चुनाव की तर्ज पर ही बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो अगर इसी फार्मूले पर लगातार कार्य करें तथा युवाओं और पुराने बसपाईयो को तरजीह दे तो वह निश्चित रूप से लोकसभा चुनाव में अच्छा रिजल्ट प्राप्त कर सकती है। क्योंकि निकाय चुनाव के रिजल्ट ही आगामी लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि तैयार करेंगे।
रिपोर्ट-एसडी गौतम
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