यूपी जोड़ो यात्रा: क्या कांग्रेस करेगी सहारनपुर की संसदीय सीट पर दावा ?
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सहारनपुर से मिले थे दो लाख से भी अधिक वोट
सहारनपुर से कांग्रेस की यूपी जोड़ो यात्रा के आगाज से मिले दावेदारी के संकेत,
रिपोर्ट-अमित यादव मोनू
सहारनपुर-अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में भले ही अभी कुछ महीने बचे हो मगर राजनीतिक दलों ने चुनावी हलचले तेज कर दी है। पांच राज्यों में हुए विधानसभा सभा चुनावों के नतीजों के बाद सतारूढ भाजपा जहा जीत के प्रति आश्वस्त दिखाई दे रही हैं तो वही विपक्ष दल भी महागठबंधन बना कर भाजपा से सत्ता छिनने के लिए रणनीति को अमली जामा बनाने में मशगूल है।
मंगलवार को दिल्ली में हुई महागठबंधन की बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी ने जिस तरह पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो की तर्ज पर सूबे में यूपी जोड़ो पदयात्रा की शुरूवात कर प्रदेश स्तर में अपनी सक्रियता बढ़ाई है। कांग्रेस ने अपनी 11 जिलों की 55 विधानसभा से निकले जाने वाली यूपी जोड़ों यात्रा का काजी परिवार के गढ़ गंगोह से आगाज कर सहारनपुर की सियासत को जरूर गर्मा दिया है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस की यूपी जोड़ों यात्रा का आगाज़ सहारनपुर से करने के राजनीतिक विशेषज्ञ कई मायने निकाल रहे है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कांग्रेस यूपी की सहारनपुर और कैराना सीटों पर दावेदारी जताने के साथ पूर्व विधायक इमरान मसूद और काजी परिवार की राजनीतिक पकड़ के सहारे इन दोनो सीटों पर अपनी दावेदारी जतायेगी।गौरतलब है बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अकेले सहारनपुर सीट पर चुनाव लड़ कर दो लाख से अधिक वोट हासिल किया थे।ऐसे में कांग्रेस की यूपी जोड़ो पदयात्रा का जिले सहारनपुर से आगाज़ करना कही न कही कांग्रेस को और काजी परिवार को इस संसदीय सीट पर मजबूती देता दिखाई दे रहा है।आपको बता दे कि इंडिया गठबंधन की मंगलवार को हुई बैठक से एक दिन पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे,राहुल गांधी,प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओ के साथ बैठक कर कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व से प्रस्तावित सीटों का ब्योरा लिया जाने की सूचना है ।वही मंगलवार को दिल्ली के अशोका होटल में इंडिया एलायंस की चौथी बैठक में भले ही सीट शेयरिंग पर कोई फैसला नहीं हो पाया है मगर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार समाजवादी पार्टी ,कांग्रेस और रालोद ने इस बैठक में अपनी अपनी सीटों पर दावेदारी जता दी है,और सभी दल जल्द ही इस पर सहमति बनाने के लिए प्रयासरत हैं।उल्लेखनीय है कि बीते दिनों सपा महासचिव शिवपाल यादव के दो दिनों के सहारनपुर प्रवास के दौरान किसी भी संभावित उम्मीदवार का नाम सामने नही आया और ना ही उनके द्वारा प्रत्याक्षी के संबंध में कार्यकर्ताओं से कोई फीडबैक लिया गया।हालांकि सपा महासचिव शिवपाल यादव कार्यकर्ताओ को जीत के मंत्र के साथ एकजुटता का पाठ जरूर पढ़ा गये ।
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