शहीद स्मारक पर 1857 के शहीदों का किया भाव पूर्ण स्मरण
इस अवसर पर स्वतंतत्रा सेनानी परिवार के सदस्यों-शहीद भगत सिंह के भतीजे किरण जीत सिंह संधू, ललता प्रसाद अख्तर के पुत्र श्यामलाल बंसल, पूर्व विधायक सुरेंद्र कपिल, जयनाथ शर्मा, कमर जहां, मनोज त्यागी व अनिल को माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। पंसारी बाजार स्थित शहीद स्मारक पर ललता पन्ना स्मारक समिति द्वारा नगर निगम के सहयोग से समिति अध्यक्ष जयनाथ शर्मा के संयोजन में क्रांति दिवस का आयोजन किया गया। शहीद भगतं सिंह के भतीजे किरणजीत सिंह संधू ने ध्वजारोहण और पुलिस गारद ने सलामी दी। जे वी जैन इंटर कॉलेज के बच्चों ने राष्ट्रगान गाया। किरणजीत सिंह संधू ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों के असूलांे और सिद्धांतों का उल्लेख करते हुए उनकी आजादी की विरासत को सहेजकर रखने का आह्वान किया।
पूर्व विधायक सुरेंद्र कपिल व वीरेन्द्र ठाकुर ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जिनकी बदौलत हम आजाद भारत में सांस ले रहे है उनके प्रति हम कितने उदासीन है कि उनका स्मरण करने के लिए पूरे वर्ष में एक दिन मे पांच मिनट का भी समय नहीं निकाल पाते। उन्होंने कहा कि जिस समाज के शहीदों को भुला दिया जाता है उस देश का तरक्की का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है। उन्होंने शहीदों की स्मृति में आयोजित कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर भाग लेने की लोगों से अपील की।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाजसेवी त्रिलोकचंद गुप्ता ने स्वतंत्रता सेनानी ललता प्रसाद अख्तर और उनके भाइयों के सम्बंध में कई संस्मरण साझा करते हुए बताया कि हिंदू कुमार सभा ने आम जन को साथ लेकर आजादी के आंदोलन मंें काफी काम किया। फुलवारी आश्रम भी आजादी के दीवानों की गतिविधियों का केंद्र रहता था। साहित्यकार डॉ. वीरेन्द्र आजम ने बताया कि 1857 की क्रांति के नायकों को पंसारी बाजार के शहीद स्मारक व चौकी सराय सहित जिले में पांच स्थानों पर फांसी पर लटकाया गया था। इसके अलावा चौ. प्रीतमसिंह, स.दलजीतसिंह कोचर, व्यापारी नेता यश मैनी और महेश नारंग ने भी संबोधित किया। संचालन डॉ.वीरेन्द्र आज़म ने तथा समिति के अध्यक्ष जयनाथ शर्मा ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मौलीव फरीद, जैन कॉलेज की शिक्षिका नीतू जैन व उर्मि गौतम सहित अनेक लोग शामिल रहे।
0 टिप्पणियाँ