हम महानगर में रहने वाले दस लाख लोगों के प्रति जवाबदेह- महापौर
दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर महापौर ने बतायी निगम की उपलब्धियां
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-महापौर डॉ. अजय कुमार का कहना है कि हम महानगर में रहने वाले दस लाख लोगों के प्रति जवाबदेह हैं। हमारा प्रयास है कि हम निगम क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों को पेयजल, सड़क, सफाई, पथ प्रकाश आदि मूलभूत सुविधाएं श्रेष्ठता के साथ उपलब्ध कराएं। इसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। निगम क्षेत्र में शामिल हुए 32 गांवों में ये सुविधाएं पहुंचाने के लिए भी हम संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि अनेक चुनौतियों के बावजूद गत दो वर्षो में नगर निगम ने जनता को सुविधाएं देने के लिए अनेक ठोस कदम उठाएं हैं।
महापौर डॉ. अजय कुमार आज यहां अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने पर पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि गत दो वर्ष में महानगर में सड़क व नाला निर्माण के 615 कार्य पूर्ण कराये गए हैं और 57 पर कार्य चल रहा है। सड़क पर पैच मरम्मत के लिए एक पोट हॉल मशीन खरीदी गयी है। सीमए ग्रिड के सम्बंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि फेज-1 के अंतर्गत डीएम कार्यालय से हकीकत नगर होते हुए सिविल कोर्ट तक 90.80 करोड की लागत से सड़क निर्माण कार्य कराया जा रहा है। दूसरे फेज में डी एम कार्यालय से जैन डिग्री कॉलेज होते हुए मोहन पाण्डेय अस्पताल दिल्ली रोड तक सड़क का निर्माण कार्य 38.17 करोड़ से कराया जाना प्रस्तावित है। जबकि तीसरे फेज में अम्बाला रोड फायर ब्रिगेड स्टेशन से अम्बेडकर स्टेडियम होते हुए रोडवेज बस स्टैण्ड की सड़क प्रस्तावित है। उन्होंने निगम द्वारा संचालित माँ शाकुंभरी कान्हा उपवन गोशाला के उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि निगम गौशाला विश्व की प्रथम एवं इकलौती गोशाला है, जो अधिकतम गो उत्पाद निर्माण के लिए ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’ से सम्मानित हुई है। गौशाला को आईएसओ 9001/2015 प्रमाण पत्र भी प्राप्त हो चुका है। नगर निगम सहारनपुर प्रदेश का प्रथम नगर निगम है जिसकी गोशाला में गोबर निर्मित प्राकृतिक पेंट यूनिट की स्थापना की गई है। इस प्राकृतिक पेंट को भी 10 वें स्मार्ट सिटी इंडिया एक्सपो में ‘सस्टेनेबल सॉल्यूशन कैटेगरी’ के अन्तर्गत पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इसके अलावा निगम की गौशाला प्रदेश की पहली गौशाला है जिसके उत्पाद ऑनलाइन वेबसाइट पर विक्रय हेतु उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन उठान, सफाई तथा नाला सफाई आदि के लिए अनेक वाहन व उपकरण खरीदे गए हैं। इनमें फ्रंटलोडर, बैकहोलाडोर, बड़ी पोकलेन, छोटी पोकलेन, बडे़ ट्रक, ओपन टैम्पू, मिनी टैम्पू, छोटी हाईड्रोलिक ट्राली, छोटे-बडे़ टैªक्टर, हाथ ठेली व रिक्शा के अलावा रोड स्वीपिंग मशीन शामिल है। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्राम चिरुकी, ज्ञानागढ़, शंकलापुरी रोड, बेेहट रोड पर पुराना घास कांटा, नूर बस्ती व पिंजौरा में एमआरएफ सेंटर, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत 06 वार्डो में वार्ड कार्यालय तथा महानगर में 22 शौचालय बनवाये गए है। इसके अलावा घुन्ना महेश्वरी में निर्मित कूड़ा निस्तारण संयंत्र के लिए बीपीसीएल से एग्रीमेंट किया गया है। जिसमें प्रतिदिन 120 टन गीले कूडे़ से कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) बनायी जायेगी। उन्होंने बताया कि शहर की ढमोला व पांवधोई नदी की सफाई के लिए 11.39 करोड़ की एक कार्य योजना शासन को प्रेषित की गयी है ताकि शहर के लोगों को बाढ़ की समस्या का सामना न करना पडे़। उन्होंने बताया कि सहारनपुर के आर्थिक रुप से कमजोर क्षेत्रों/मलिन बस्तियों के लिए अलग से बजट में प्रावधान किया गया है। शहर की प्रकाश व्यवस्था के सम्बंध में उन्होंने बताया कि महानगर के सभी 70 वार्डो में साढे़ 12 मीटर ऊंचाई की 79 हाई मास्ट लाइट लगायी गयी है और 80 हजार मीटर थ्री फेस वायर बिछाने का कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति-2022 के तहत 30 प्राथमिक विद्यालयों पर दो किलो वाट के ऑफ ग्रिड सोलर प्लांट लगाने के अलावा 350 सोलर लाइट, दो स्मार्ट लाइट, दो सोलर ट्री व दो सोलर हाई मास्ट लगायी गयी है। शहर की श्वान समस्या के सम्बंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि श्वानों की संख्या नियंत्रित करने के लिए सहारनपुर में मंडल के पहले ‘मॉडल एनिमल बर्थ कंट्रोल/डॉग केयर सेंटर’ की स्थापना की गयी है। पत्रकार वार्ता के दौरान नगरायुक्त शिपू गिरि सहित निगम के सभी विभागों के अधिकारी व उपसभापति/ पार्षद मुकेश गक्खड़ मौजूद रहे।
0 टिप्पणियाँ