डेरी संचालक नालियों में नहीं बहायेंगे गोबर
डेरी संचालकों ने महापौर व निगम अधिकारियों को किया आश्वस्त
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर- पशु डेरी संचालकों ने महापौर व निगम अधिकारियों को आश्वास्त किया है कि वे गोबर न तो खाली प्लाटों में डालेंगे और न नालियों में बहायेंगे तथा डेरियों पर साफ सफाई रखेंगे। दोनों पक्षों के बीच परस्पर सहयोग से समस्याओं को दूर करने का निर्णय लिया गया।
महापौर डॉ. अजय कुमार की अध्यक्षता में पशु डेरी संचालकों और निगम अधिकारियों के बीच हुई बैठक में तय किया गया कि पशुओं के कारण जो समस्याएं सामने आती है उनका परस्पर सहयोग से समाधान किया जायेगा। डेरी संचालकों की ओर से नेतृत्व कर रहे संजय वालिया ने महापौर व निगम अधिकारियों को आश्वास्त किया है कि डेरी संचालक न तो खाली प्लाटों में गोबर डालेंगे और न नालियों में बहायेंगे तथा डेरियों पर साफ सफाई रखेंगे। उन्होंने कहा कि डेरियों का प्रयास रहेगा कि शत-प्रतिशत गोबर का उठान हो और नालियों में न डाला जाए। पशुओं को बाहर सरकारी जमीन पर न बांधने पर भी सहमति रही। डेरी संचालकों ने यह भी आश्वस्त किया कि वे शहर में डेरी-डेरी घूमकर सभी डेरी संचालकों को इसके लिए प्रेरित करेंगे। निगम व डेरी संचालकों के बीच ये भी तय किया गया कि निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. संदीप मिश्रा एक ग्रुप बनायेंगे, जिसमें डेरी संचालकों को शामिल किया जायेगा। और यदि कोई शिकायत किसी डेरी के विरुद्ध आती है तो उसे पहले ग्रुप पर डाला जायेगा ताकि डेरी संचालक सम्बंधित डेरी संचालक से मिलकर उसे समझाकर समस्या का निदान कर सकें। महापौर ने सुझाव दिया कि डेरी संचालक निगम की गौशाला जाकर यह अवलोकन करें कि गोबर से क्या-क्या और कैसे उत्पाद बनाये जा सकते हैं, और उसका लाभ उठाएं। महापौर ने कहा कि नियमानुसार महानगर सीमा क्षेत्र में डेरी नहीं हो सकती। इसके लिए भविष्य के दृष्टिगत परस्पर मिलकर एक दूरगामी योजना बनानी होगी कि कैसे सुरक्षित एवं व्यवस्थित रुप से निगम क्षेत्र से बाहर डेरियों का संचालन किया जाए। डेरियों पर टैक्स में वृद्धि के सवाल पर महापौर ने डेरी संचालकों को स्पष्ट किया कि डेेरियों पर कोई टैक्स नहीं बढ़ाया गया है। जो वृद्धि हुई है वह भवन के क्षेत्रफल, उसकी आकृति आदि के आधार पर की गयी है। यदि कहीं कोई त्रुटि सामने आयेगी तो उसे ठीक कराया जायेगा। महापौर ने सभी डेरी संचालकों को एक-एक नीम का पौधा प्रदान कर ‘एक वृक्ष मां के नाम’लगाने की अपील की।अपर नगरायुक्त मृत्युंजय ने कहा कि यदि गोबर का सही उठान और वैज्ञानिक ढंग से उसके निस्तारण की व्यवस्था हो जाए तो सारी समस्या का समाधान हो जायेगा। डेरी संचालकों की ओर से संजय वालिया ने सहयोग के लिए महापौर का आभार व्यक्त किया। इस दौरान उपसभापति मुकेश गक्खड़, पार्षद मयंक गर्ग, राजेन्द्र कोहली, दिग्विजय चौहान,नीरज शर्मा, स्वराज, नीरज कुमार व पार्षद प्रतिनिधि भूरा मलिक के अलावा बलदेव चौधरी, पप्पू चौधरी, आदेश त्यागी, कुलदीप चौधरी, सरदार अमरजीत सिंह व मौहम्मद हाजी आदि डेयरी संचालक मौजूद रहे।-
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