योगी सरकार गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹700 कुंतल तत्काल घोषित करें - भगत सिंह वर्मा।
केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है- भगत सिंह वर्मा।
रिपोर्ट समीर चौधरी
देवबंद - ग्राम तिगरी में एक बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार अन्नदाता किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है। और लगातार किसान विरोधी कार्य कर रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य तो दूर लागत मूल्य भी सरकार नहीं दिला पा रही हैं। जिसके कारण किसान कर्ज बंद होकर आत्महत्या कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य है। प्रदेश की योगी सरकार चीनी मिल मालिकों से मिलकर गन्ना किसानों का भारी शोषण कर रही है। योगी सरकार देश में गन्ना किसानों को सबसे कम गन्ना मूल्य चीनी मिलों से दिला रही है। पड़ोसी छोटा राज्य हरियाणा में गन्ने का मूल्य ₹400 कुंतल है। जबकि यहां लागत से बहुत कम मात्र ₹370 रुपए कुंतल गन्ना मूल्य है। कृषि यंत्र खाद बीज दवा डीजल कीटनाशक लेबर लगातार महंगा होने के कारण गन्ने की लागत बढ़ती जा रही है। गन्ना उत्पादन लागत 550 रुपए कुंतल आ रही है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि डॉक्टर एम एस स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार सीटू प्लस 50% के अनुसार गन्ने का मूल्य 825 रुपए कुंतल होना चाहिए। भगत सिंह वर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी जी व मुख्यमंत्री योगी जी को पत्र लिखकर गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹700 कुंतल करने चीनी मिलों से बकाया गन्ना मूल्य भुगतान दिलाने पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज गन्ना किसानों को दिलाने गन्ना किसानों से दुलाई किराया न काटने की मांग की। भगत सिंह वर्मा ने किसानों की उत्पादन लागत को कम करने के लिए मनरेगा योजना को सीधा खेती से जोड़कर किसानों को मजदूर उपलब्ध कराने की भी मांग की। बैठक की अध्यक्षता मोहम्मद राशिद ने की और संचालन भारतीय किसान यूनियन वर्मा की प्रदेश सचिव मास्टर रईस अहमद ने किया। बैठक में हरपाल सिंह मास्टर यशपाल त्यागी रविंद्र प्रधान मोहम्मद ग़य्यूर मोहम्मद ईशा वसीम अहमद छोटू खालिक अयाज मोहम्मद एजाज रियासत तमरेज खुशाला मोहम्मद आमिर आदि ने भाग लिया।
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