गुरु नाम के सरोवर में स्नान करने से शुद्ध होता है मन, माया में वशीभूत वाले षड्यंत्रकारी समाज के लिए घातक-आचार्य संत कंवरपाल ब्रह्मचारी
रिपोर्ट एसडी गौतम
शामली- अखिल भारतीय संत शिरोमणि सतगुरु रविदास मिशन के तत्वाधान में गुरु गद्दी ऊन में सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज को साक्षी मानकर मासिक सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग का शुभारंभ संत शिरोमणि सतगुरु रविदास जी महाराज, स्वामी ज्ञानभिक्षुक दास जी महाराज व सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज के श्रीचरणों में आरती वंदना से किया गया।
सत्संग में उमड़ी अनुयायियों की भीड़ को प्रवचन के माध्यम से निहाल करते हुए गुरु गद्दी ऊन के व्यवस्थापक आचार्य संत कंवरपाल ब्रह्मचारी जी महाराज ने कहा कि साधु होकर जो माया में वशीभूत हुए है वह दिखावा मात्र है, ऐसे व्यक्ति षड्यंत्रकारी होते है जिनसे समाज को सचेत रहना होगा क्योंकि बिना भाव के भक्ति संभव नहीं है इसलिए द्वेष करने वाले मनुष्य के कर्म निष्फल हो जाते है। गुरुनाम के अमृत के सरोवर में स्नान करने से मन का शुद्धिकरण होता है। संत या साधु के हृदय के छल में नहीं होना चाहिए उसके लिए सभी मनुष्य समान होते है लेकिन वर्तमान समय में कुछ साधु गुरु मर्यादा को तार तार कर अनेकों षड्यंत्र रचते हुए षड्यंत्रकारी हो रहे है लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि सतगुरु हर जगह मौजूद है और उनके दरबार में सभी के कर्मों का हिसाब होता हैं। उन्होंने सभी से संतो महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलने की बात कही। सत्संग में एसडी गौतम पत्रकार ने गुरु गद्दी ऊन में आगामी 27 अक्टूबर 2025 को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय संत समागम को सफल बनाने की बात कही। इस अवसर पर बालक अर्जुन सूर्यवंशी, गुरुचरण कटारिया ने भी विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन महात्मा प्रेमदास ने किया। इस दौरान महात्मा समुद्रदास, महा. सतबीर दास, महा. गुलाब दास, महा. धीरदास, महा. महेंद्र दास, महा. चरणदास, महा. सतनाम दास, महा. राजपाल दास, महा. राजबीर दास, महा. बिहारी दास, महा. रामवीरदास, महा. टिंकू दास जलमाना, विनोद दास, नितराम, गुरमेल दास, रोहताश, मोतीलाल चौहान, संदीप कटारिया चंवरवंशी, अनूप दास, संदीप दास, रामपाल सिंह, सतबीर, धर्मवीर हथछोया, सागर समनदासिया, ओमप्रकाश, जयपाल, परवीन, बलवान चौहान, सुभाष, शिवेंद्र धारिया, वंश, सुंदर रविदासिया व राकेश धानवा समेत सैकड़ों अनुयाई मौजूद रहे।
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