बसपा संस्थापक कांशीराम साहब के परिनिर्वाण दिवस पर पार्टी ने दिखाई ताकत
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर सरकार बनाने का किया आव्हान
रिपोर्ट एसडी गौतम
लखनऊ-लखनऊ के मान्यवर कांशीराम स्मारक स्थल में आयोजित पार्टी संस्थापक मान्यवर कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर बहुजन समाज पार्टी ने अपना शक्ति प्रदर्शन कर आगामी विधानसभा चुनाव अपने बलबूते अकेले लड़ने का ऐलान किया है। मंच पर पहुंचने से पूर्व बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री बहन कु. मायावती ने कांशीराम साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की और मंच पर पहुंचकर रैली में जुटी भारी भीड़ का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
रैली में उमड़ी भीड़ को संबोधित करते बसपा सुप्रीमो बहन कुमारी मायावती ने मंच से पार्टी नेता आकाश आनंद की तारीफ करते हुए कहा कि आकाश बसपा का जनाधार बढ़ाने के लिए मेरे दिशानिर्देशन में लगातार प्रयास कर रहे हैं। ये अच्छी बात है। जिसके कारण बसपा के समर्थकों का भी उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने समर्थकों से हर परिस्थिति में आकाश आनंद का समर्थन करने की अपील की। मायावती ने कहा कि जातिवादी दल संविधान को बदलने की कोशिश करते रहते हैं लेकिन हम ऐसा नहीं करने देंगे। भले ही इसके लिए कितना भी संघर्ष करना पड़े। बसपा ही एक ऐसी पार्टी है जो बाबासाहेब के संविधान को सुरक्षित रख सकती है। उन्होंने 2027 में समर्थकों से यूपी में बसपा सरकार बनाने का आह्वान किया। मायावती ने कहा कि इसके लिए बसपा समर्थकों को बूथ स्तर पर छोटी-छोटी सभाएं कर बसपा के यूपी में चार बार रहे शासनकाल की उपलब्धियों को बताना है। मायावती ने कहा कि यूपी में बसपा अकेले ही चुनावी मैदान में उतरेगी क्योंकि गठबंधन करने पर बसपा का वोट तो सहयोगी दलों को मिल जाता है पर बसपा को उनका वोट नहीं मिलता है। बसपा ने यूपी में जब भी गठबंधन की सरकार बनाई तो सरकार कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई और पहले ही गिर गई। वहीं, जब पूर्ण बहुमत की सरकार बनीं तो सभी समाज के लोगों को विकास कार्य किए। इसलिए बसपा ने 2027 में भी अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। मायावती ने कहा कि इस रैली में अन्य दलों की तरह पैसे देकर लोग नहीं बुलाए गए हैं बल्कि अपनी खून-पसीने की कमाई खर्च कर आए हैं। इस रैली ने यहां पर हुई पहले सभी रैलियों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे लगता है कि 2027 में यूपी में एक बार फिर पूर्ण बहुमत से बसपा की सरकार बनेगी। उन्होंने वादा किया कि वह कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व की सपा सरकार ने उनके (मायावती) शासनकाल में बनाए स्थलों (डॉ. भीमराव अंबेडकर परिवर्तन स्थल व कांशीराम पार्क आदि) से बिके टिकटों के पैसे को रखरखाव में खर्च न कर दबाए रखा परन्तु वर्तमान की भाजपा सरकार ने टिकटों का वही पैसा स्थलों के रखरखाव में लगाया है जिसके लिए उनकी पार्टी भाजपा की आभारी है। क्योंकि अखिलेश यादव को सत्ता जाने के बाद ही संतों महापुरुषों और पीडीए की याद आती है। उन्होंने नाम लिए बगैर ही कहा कि विरोधियों द्वारा अफवाह फैलाई गई कि फला पार्टी के वरिष्ठ नेता बसपा में शामिल हो रहे है जिनकी पार्टी सुप्रीमो से मुलाकात भी हो चुकी है परंतु मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि यह मात्र अफवाह है क्योंकि ना कोई मुझसे मिला है न ही मायावती छुपकर मिलती है वह जिससे मिलती है खुलकर और सामने आकर मिलती है इसलिए विरोधियों से सावधान रहना है। उन्होंने सरकार बनने पर पूर्व की सपा सरकार व वर्तमान की भाजपा सरकार के द्वारा बनाए गए नियमों को बदलकर समीक्षा करेगी और गरीबों के हित हेतु कार्य करने का काम करेगी। रैली में बसपा नेता आकाश आनंद बोले कि यूपी में इस बार बसपा की सरकार बनना तय है। बाबासाहेब के सपनों को साकार करने और वंचितों को उनका हक दिलाने का वक्त आ गया है। रैली में उमड़ी भारी भीड़ से उत्साहित बसपा सुप्रीमो ने सभी से आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने की बात कही। रैली के दौरान लखनऊ के चारों ओर कार्यकर्ताओं की भीड़ दिखाई दी। संचालन प्रदेशाध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने किया। इस दौरान मंच पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद सिंह, राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर रणधीर बेनीवाल, राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सांसद सतीश चंद मिश्रा, पूर्व सांसद मुनकाद अली, मुख्य मंडल प्रभारी सूरज सिंह जाटव, मंडल प्रभारी शमशुद्दीन राइन, पूर्व सांसद नौशाद अली, विधायक उमाशंकर व लखनऊ जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र गौतम समेत आदि गणमान्य मंच पर उपस्थित रहे। रैली सम्पन्न होते ही सहारनपुर जिलाध्यक्ष जगपाल सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं का आभार जताया और कार्यकर्ताओं को वापस गंतव्य की ओर भेजने हेतु स्वयं रेलवे स्टेशन लखनऊ पर देर शाम तक मौजूद रहे।
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