विरोधी को झुठे मुकदमे मे फंसाने वाले वाले षड्यंत्र कर्ता नदीम सहित 4 गिरफ्तार
सहारनपुर-विरोधी को फंसाने के लिए एक गहरा षड्यंत्र रचकर जानलेवा हमले का झूठा मुकदमा पंजीकृत करवाने वाले मुख्य अभियुक्त नदीम सहित चार लोगों को आज थाना देहात कोतवाली पुलिस ने किया गिरफतार।जिसका खुलासा आज एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक द्वारा भी पत्रकारो के समक्ष किया गया।
खाताखेडी अहमद नगर निवासी नदीम पुत्र खुर्शीद ने 26 दिसम्बर को थाना देहात कोतवाली पहुंचकर लिखित सूचना दी,कि मेरे साले आतिफ को शकलापुरी रोड पर गोली मारकर घायल कर दिया।जिसमें थाना देहात कोतवाली में एक मुकदमा भी पंजीकृत किया गया था।जैसे ही यह मामला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ विपिन ताड़ा एवम पुलिस अधीक्षक नगर अभिमन्यु मांगलिक के संज्ञान में आया,तो उन्होंने इस मामले की जांच के थाना देहात कोतवाली पुलिस को कड़े निर्देश दिए।इस मामले की जांच थाना देहात कोतवाली के सबसे जांबाज सब इंस्पेक्टर दीपचंद को सौंपी गई,जिन्होने अपनी जांच में दुध का दुध पानी का पानी करते हुए,मामले से पर्दा उठाते हुए इस मामले में झूठा मुकदमा पंजीकृत कराने वाले नदीम सहित नावेद पुत्र सिराज निवासी भंगी कालोनी पुराना कलसिया रोड,उस्मान पुत्र निसार निवासी खाताखेडी,नीरज पुत्र नेमचंद शर्मा निवासी गांधी कालोनी बाबा लाल दास रोड को गिरफतार कर लिया।जिसका खुलासा आज एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने पत्रकारों के समक्ष करते हुए बताया,कि थाना मण्डी क्षेत्र में दो परिवारों में फोटो वायरल की बात को लेकर आपसी विवाद चला आ रहा था।जिसमें दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते थे।उन्होंने बताया,कि इसी क्रम में 26 दिसम्बर को लगभग 7 बजे नदीम पुत्र खुर्शीद निवासी खाताखेडी ने थाना देहात कोतवाली पुलिस को सूचना दी,कि मेरे साले आतिफ जो शकलापुरी रोड पर खडा था,दो बाईक सवार ज़ैद पुत्र तहसीन व अनस पुत्र तहसीन ने गोली मार दी तथा मेरा सारा अस्पताल में भर्ती हैं,तथा फारूख पुत्र गफ्फार,फरमान पुत्र इसरार तथा सोनू पुत्र तहसीन वहीं पर खड़े थे।एसपी सिटी ने बताया,कि उक्त मामले में एक मुकदमा पंजीकृत किया गया तथा जब जांच की गई तो उसमे पाया गया गया,कि अपने विरोधी मजरूफ व आतिफ के परिवार तथा तहसीन के परिवार में आपसी विवाद चल रहा है।विवेचना में पाया गया,कि अपने विरोधी को फंसाने के लिए आपस में एक षड्यंत्र रचकर यह घटना कारित की गई।मुख्य षड्यंत्र कर्ता नदीम व नावेद ने बाईक से उस्मान गाड़ी चला रहा था व नीरज पीछे बैठा था ने फायरिंग की थी।विवेचना में इनके विरूद्ध अपराधिक साजिश व षड्यंत्र रचने एवम अवैध शस्त्र से फायरिंग करने के प्रयास साक्ष्य के आधार पर चारों अभियुक्तो नदीम,नावेद,उस्मान व नीरज को गिरफतार किया गया।इस मामले का समस्त श्रेय इस घटना से पर्दा उठाने वाले सब इंस्पेक्टर दीपचंद व उनकी पुलिस टीम हेड कांस्टेबल कपिल राणा,विवेक कुमार, कांस्टेबल अमित व हासिम को जाता है,जिन्होंने अपनी जांच में असली गुनहगारो को जेल की सलाखो के पीछे भेजा।

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