किसानों मजदूरों का उत्पीड़न नहीं रुका तो होगा एक बड़ा किसान आंदोलन-नीरज चौधरी
रिपोर्ट -डॉ0 ताहिर मलिक
भाकियू पथिक के ब्लॉक कैंप कार्यालय पर आयोजित संगठन की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज चौधरी ने कहा कि मेरठ मवाना तहसील में एसडीम ऑफिस के बाहर अलीपुर मोरना गांव के किसान जगवीर गुर्जर ने पेट्रोल छिड़कर खुद को आग लगा ली थी क्योंकि वन विभाग ने उसकी गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चलाकर कब्जा कर लिया था जबकि किसान 30 सालों से उस जमीन पर खेती कर रहा था किसान ने अधिकारियों से अपील भी की थी कि पहले आप मेरी जमीन नाप कर पूरी कर दो बाद में जो वन विभाग की अगर बैठती है उसे ले लो लेकिन अधिकारियो ने उसकी एक नही सुनी थी। 24 घंटे के दौरान जिंदगी और मौत की लड़ाई में आखिरकार जगबीर किसान हार गया और शनिवार को अस्पताल में शाम को उसकी मृत्यु हो गई। भारतीय किसान यूनियन पथिक इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताता है और दुख व्यक्त करता है। भाकियू पथिक सरकार से मांग करता है कि दोषी वन विभाग के अधिकारियों पर 302 हत्या का मुकदमा दर्ज हो और मृतक किसान के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और परिवार को 50 लख रुपए मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह उत्तर प्रदेश में किसानों मजदूरों का उत्पीड़न हो रहा है अगर यह नहीं रुका तो फिर दिल्ली की तर्ज पर एक बड़ा किसान आंदोलन होगा।इस दौरान राजा सैनी, धीरेन्द्र चौधरी,योगेश सिंह, जोनी मुखिया, राहुल गुर्जर, सोनू नंबरदार, सुभाष, हरीश आदि काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।

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