निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार की बढ़ती लोकप्रियता ने बढ़ाई प्रत्याशियो की मुश्किले
रुड़की-हरिद्वार जनपद के लोकसभा चुनाव में जहां राजनीतिक दल अपनी जीत को एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं तो वही निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार की लोकप्रियता से राजनीतिक दलों की टेंशन बढ़ी हुई है।
आपको बता दे कि 14 विधानसभा से मिलकर बनी हरिद्वार लोकसभा सीट से मुख्य राजनीतिक दल भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र तथा बसपा से एक पूर्व विधायक चुनावी मैदान में है तो वही निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार विधायक भी पीछे नहीं है क्योंकि अनुसूचित जाति और मुस्लिम समुदाय के साथ साथ सर्वसमाज में बढ़ती उनकी लोकप्रियता ही राजनीतिक दलों में बढ़ती बैचेनी का मुख्य कारण है। खुद कांग्रेस प्रत्याशी भी अपनी मीटिंग और भाजपा प्रत्याशी मीडिया के सामने विधायक उमेश कुमार का जिक्र कर चुके है जिससे पता चलता है कि उमेश कुमार निर्दलीय होते हुए भी मुख्य प्रत्याशियो को टक्कर देते नजर आ रहे है। उधर मुस्लिम समुदाय ने विधायक उमेश कुमार के बयान को तोड़ मरोड़कर पेश करने और विपक्षियों की चाल करार देते हुए और उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्य के देखकर विधायक उमेश कुमार को समर्थन दिया है जिससे राजनीतिक दलों की मुश्किले बढ़ती नजर आ रही है। हरिद्वार लोकसभा सीट पर जनता आखिर किसके सिर पर ताज सजाकर अपना सांसद चुनती है ये तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन इतना तय है कि विधायक उमेश कुमार भी किसी से कम नहीं है या यूं कहे कहे कि जनता द्वारा मिल रहे अपार जनसमर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार को कमजोर समझना राजनीतिक दलों की बड़ी भूल साबित हो सकती है।
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