Ticker

6/recent/ticker-posts

थाना नानौता प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार ने अपनी पुलिस टीम के सहयोग से मात्र 15 दिन मे सुलझाई तौसिफ हत्याकांड की गुत्थी

थाना नानौता प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार ने अपनी पुलिस टीम के सहयोग से मात्र 15 दिन मे सुलझाई तौसिफ हत्याकांड की गुत्थी 

रिपोर्ट अमान उल्ला खान

सहारनपुर -तोसिफ हत्याकांड का पुलिस ने निष्पक्ष जांच में तीनों हत्यारे को किया गिरफ्तार।थाना नानौता प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार ने अपनी पुलिस टीम के सहयोग से एक मर्डर मिस्ट्री से मात्र 15 दिन मे पर्दा उठाते हुए किया तोसिफ हत्याकांड का जोरदार भंडाफोड़।पकड़े गए तीनो हत्याभियुक्तो की निशानदेही पर हत्याकांड में प्रयुक्त लोहे का दाव/डंडा,बाईक एवम मोबाइल फोन भी किया बरामद

पुलिस लाइन स्थित सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि गांव माधोपुर निवासी जाबिर पुत्र मुंशी ने 27 मई 2025 को थाना नानौता में एक प्रार्थना पत्र देते हुए  नसीम सहित 5 लोगों पर उसके पुत्र को मोंत के घाट उतारने का आरोप लगाया था।इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस की दबिशे एवम चेकिंग अभियान लगातार जारी रहा।आज थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार को सूचना मिली,कि तोसिफ को मोंत के घाट उतारने वाले संगम नहर घाट के पास खड़े हैं।थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार ने अपनी एक बडी पुलिस टीम सब इंस्पेक्टर धीरज सिंह,अनुज कुमार,कांस्टेबल सचिन कुमार एवं आदेश कुमार के साथ संगम घाट पर पंहुचकर तीनो हत्याभियुक्तो की घेराबंदी करते हुए गिरफतार कर लिया।जिनकी निशानदेही पर हत्या की घटना में प्रयुक्त बाईक आलाकत्ल लोहे का दाव,लकड़ी का डंडा एवम मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया।इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस टीम को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।पकड़े गए तीनों हत्यारों सलीम पुत्र शब्बीर निवासी ग्राम माधोपुर,नजाकत पुत्र नयामत निवासी मौहल्ला मौहम्मदी गंज जलालाबाद जनपद शामली एवम हुसैन‌ पुत्र राफा निवासी बिराल थाना बुढाना जनपद मुजफ्फरनगर ने पुलिस टीम के सामने तोसिफ हत्याकांड से पर्दा उठाया और हत्यारे सलीम ने पुलिस टीम को बताया,कि मेरे व तोसिफ के खिलाफ कोर्ट में एक मुकदमा चल रहा है,जिसका वादी मेरे ही गांव का नसीम है।मुझे अंदेशा था,कि उस मुकदमे में मुझे सजा हो जाएगी,इसलिए मैंने सोचा,कि तौसिफ को मार दूं जिसका सारा इल्जाम नसीम व उसके परिवार पर लग जाएगा और उस मुकदमे में हमारा फेसला हो जाएगा और में सजा से बच जाऊंगा।मैने अपने सथियो‌ हुसैन व नजाकत के साथ मिलकर प्लान बनाया तथा हमने तोसिफ को व्हाट्सप्प काल करके माधोपुर रजवाहा के पास बुलाया जहां पर हमने तोसिफ के सिर में दाव व डंडा मारकर मोत के घाट उतार दिया और हम फरार हो गए तथा दाव/डंडा जलालाबाद के रास्ते नहर पटरी से काशीपुर जाने वाली सड़क स्थित झाड़ियों में छुपाया तथा भाग गए बाद में तोसिफ के परिवार वालों को मेने बहला फुसलाकर नसीम व अन्यों के विरूद्ध थाने में मुकदमा लिखवाया,मुझे क्या मालूम था,कि पुलिस की निष्पक्ष जांच में दुध का दुध पानी का पानी हो जाएगा,और पुलिस हमें पकड़ लेगी।पुलिस टीम को भी इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में अच्छी खासी मशक्कत का सामना करना पड़ा।वैसे तो हत्याभियुक्त सलीम ने पुलिस टीम के सामने और भी कई बड़े खुलासे किए।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

बाइक व कैंटर की टक्कर में एक की मौत व एक घायल