प्राइवेट गाड़ियों के भुगतान को लेकर युवा नेता कार्तिक राणा ने सैकड़ों समर्थकों के साथ तहसील परिसर में दिया घ धरना
रिपोर्ट समीर चौधरी
देवबंद-देवबंद तहसील में प्राइवेट गाड़ियों के भुगतान को लेकर बुधवार को उस वक्त हंगामा हो गया जब समाजवादी पार्टी के युवा नेता कार्तिक राणा ने सैकड़ों समर्थकों के साथ तहसील परिसर में पहुंच कर धरने पर बैठ गए। मामला उस गाड़ी के भुगतान से जुड़ा था जो एक स्थानीय व्यक्ति की थी और जिसे तहसीलदार के लिए लगाया गया था، परंतु महीनों से उसका भुगतान नहीं हो पाया था।
कार्तिक राणा ने आरोप लगाया कि हाईवे निर्माण कर रही एक निजी कंपनी की ओर से यह गाड़ी तहसील अधिकारियों को दी गई थी, जो नियमों के खिलाफ है। उन्होंने इसे भ्रष्टाचार का खुला उदाहरण बताते हुए कहा कि अधिकारियों को प्राइवेट गाड़ियां मुहैया कराकर कंपनियां अपने फायदे के लिए सरकारी मशीनरी को प्रभावित कर रही हैं।धरने के दौरान जब नवनियुक्त तहसीलदार विजय सिंह से वार्ता हुई तो उन्होंने स्पष्ट किया कि यह प्रकरण उनके कार्यभार संभालने से पहले का है और वे स्वयं केवल सरकारी गाड़ी का ही प्रयोग करते हैं।करीब एक घंटे तक चले इस धरना प्रदर्शन के दौरान तहसील में अफरातफरी मच गई। अधिकारियों और कर्मचारियों के चेहरों पर तनाव साफ नजर आ रहा था। बाद में एक निजी कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और संबंधित गाड़ी मालिक राकेश राणा को बकाया भुगतान किया गया, जिसके बाद धरना समाप्त हुआ۔कार्तिक राणा ने चेतावनी दी कि तहसील में दाखिल-खारिज और नल कनेक्शन जैसे मामलों में किसानों से की जा रही अवैध वसूली को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में किसानों का शोषण हो रहा है और अधिकारी कंपनियों की गाड़ियों में घूमकर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं।धरने में पूर्व प्रधान अजय राणा, सुखपाल राणा, भूरा राणा, अंकित राणा, संजय पुंडीर, केपी सिंह, दीपक राणा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।वर्जन: विजय सिंह, तहसीलदार, देवबंद
"पूरा मामला मेरी तैनाती से पहले का है, मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। तहसील में अब केवल सरकारी गाड़ी का ही प्रयोग किया जाएगा।"
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