अखाड़ा यूनियन के सरपँच आफ़ताब लाला ने सभी अखाड़े के उस्ताद,ख़लीफ़ा,खिलाड़ियों व पत्रकारों को किया सम्मानित।कहा कर्बला के शहीदों ने सिखाया कि ज़ुल्म और ज़ालिम के सामने नहीं झुकना चाहिए।
रिपोर्ट अमाल मलिक
रामपुर मनिहारान-अखाड़ा यूनियन के सरपँच आफ़ताब लाला ने कहा कि कर्बला में शहीद हुए नबी के वंशजो ने सिखाया कि अन्याय के ख़िलाफ़ सर नहीं झुकाना चाहिए और ख़ुद भी किसी के साथ अन्याय नहीं करना चाहिए।
मोहर्रम के अवसर पर नगर के सभी अखाड़ों के खिलाड़ियों ने देर रात तक अपने उस्ताद और ख़लीफ़ा की रहनुमाई में एक से बढ़कर एक करतब पेश कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।सभी अखाड़ों ने शांतिपूर्वक निर्धारित रूट से होते हुए टाल चौक पर पहुँच कर अखाड़ों के सरपँच आफ़ताब लाला को पगड़ी पेश की और सलामी दी।सरपँच आफ़ताब लाला ने सभी अखाड़ों को सम्मानित किया पत्रकारों व अन्य गणमान्य लोगों को भी पगड़ी बाँध कर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।सरपँच आफ़ताब लाला ने कहा कि कर्बला का वाकया समझने वालों की आँखें नम कर देता है।जिसमें नबी के वंशजो के बड़े और मासूम बच्चों तक को शहीद कर दिया गया था।नबी के वंशजो ने बलिदान देकर सिखाया कि ज़ुल्म के सामने सर नहीं झुकाना चाहिए और न ख़ुद किसी पर ज़ुल्म करना चाहिए।यही इंसानियत है।समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष नवाब अहमद ने कहा कि सभी खिलाड़ियों ने अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया है।उस्तादों,ख़लीफ़ाओं और खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत की है।इस दौरान शफ़ीक़ अंसारी,सलीम ख़्वाजा, असगर आढ़ती,मा0 सत्तार,सभासद अमन वाल्मीकि,रहमान इदरीसी, भाकियू तोमर के तहसील अध्यक्ष मुजीबुर्रहमान इदरीसी,सहित सभी अखाड़ों के ख़लीफ़ा व गणमान्य लोग मौजूद रहे।देर रात अखाड़े शांतिपूर्वक सम्पन्न हुए।शांति व्यवस्था बनाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
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