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जन्म-मृत्यु की सूचना निजी हॉस्पिटल अवश्य दें- मृत्युंजय

 जन्म-मृत्यु की सूचना निजी हॉस्पिटल अवश्य दें- मृत्युंजय

नर्सिंग होम व हॉस्पिटल जन्म मृत्यु की सूचना देने के लिए कानूनी रुप से बाध्य

रिपोर्ट अमान उल्ला खान

सहारनपुर- जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी एवं प्रभावी बनाने तथा सम्बंधित व्यक्तियों की परेशानियों को कम करने के उद्देश्य से आज नगर निगम द्वारा शहर के सभी नर्सिंग होम प्रतिनिधियों के साथ जनमंच में सीधा संवाद किया गया। जिसमें शहर के पचास से अधिक नर्सिंंग होम प्रतिनिधियों तथा शहरी क्षेत्र के सीएचसी व पीएचसी प्रतिनिधि भी शामिल रहे। 

अपर नगरायुक्त एवं नगर निगम में जन्म-मृत्यु विभाग के वरिष्ठ प्रभारी मृत्युंजय ने निजी हॉस्पिटल एवं नर्सिंंग होम प्रतिनिधियों को बताया कि सरकार द्वारा जनवरी 2017 में जारी नोटिफिकेशन के बाद उनके नर्सिंग होम या हॉस्पिटल में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु या शिशु के जन्म की सूचना सीआरएस पोर्टल पर अपलोड कर नगर निगम को देना कानूनी रुप से अनिवार्य है। लेकिन अधिकांश चिकित्सक अपने इस दायित्व का सही निर्वहन नही ंकर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई नर्सिंग होम शिशु के जन्म का प्रमाण पत्र जारी करता है तो वह वैध नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी सूचना पर नगर निगम द्वारा जारी प्रमाण पत्र ही कानूनी रुप से वैध माना जाता है। उन्होंने कहा कि राजकीय हॉस्पिटल यदि ऐसा प्रमाण पत्र जारी करते है तो वह वैध प्रमाण पत्र माना जायेगा। अपर नगरायुक्त ने कहा कि जो नर्सिंग होम या ऐसे हॉस्पिटल जिनके यहंा शिशुओं का जन्म होता है, वे अपने यहां सीआरएस पोर्टल अपलोड कर लें और जन्म-मृत्यु की सूचना नगर निगम को तीन दिन के भीतर देने का प्रयास करें ताकि यदि कहीं कोई कमी रह जाती है तो उसे दूर किया जा सके। उन्होंने निजी चिकित्सा संस्थानों से अनुरोध किया कि वे नगर निगम से संपर्क करते हुए इन्फार्मेट आई डी प्राप्त कर ले। उन्होंने बताया कि किसी भी शिशु के जन्म या व्यक्ति की मृत्यु की सूचना 21 दिन के भीतर नगर निगम में देनी अनिवार्य होती है। उसके पश्चात प्राप्त सूचना को कई तरह की आवश्यक जांच से गुजरना होता है तथा उसके लिए शपथ पत्र आदि अनिवार्य हो जाते हैं।  उन्होंने कहा कि यदि समय से बच्चे के जन्म या मृत्यु की सूचना निगम को मिल जाती है तो सम्बंधित व्यक्ति को परेशान नहीं होना पड़ता और उसे प्रमाण पत्र समय से प्राप्त हो जाता है। उन्होंने बताया कि एक व्ट्स ऐप ग्रुप बनाकर सभी ऐसे हॉस्पिटल व नर्सिंग होम को नगर निगम से जोड़ा जायेगा ताकि सूचनाओं का समय से आदान-प्रदान किया जा सके। अनेक नर्सिंग होम के प्रतिनिधियों की शंकाओं का अपर नगरायुक्त ने जवाब देकर समाधान किया। मुख्य सफाई निरीक्षक इंद्रपाल व सफाई निरीक्षक अमित तोमर व अमर ज्योति ने भी अपने अनुभव साझा किये। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वीरेन्द्र आज़म ने किया।  


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