परिनिर्वाण दिवस पर बसपा के नीले रंग में रंगा सहारनपुर, भविष्य के लिए बड़े संकेत
रंग ला रही जिलाध्यक्ष जगपाल सिंह की मेहनत, अन्य दलों की बढ़ी बैचेनी
रिपोर्ट एसडी गौतम
सहारनपुर- बसपा का गढ़ कहे जाने वाला जनपद सहारनपुर काफी दिनों बाद बसपा के पोस्टर व फ्लेक्स से नीले रंग में रंगा नजर आ रहा है जो भविष्य के लिए बड़ा संकेत है।
बताते चले कि 2007 से 2012 के बीच बहुजन समाज पार्टी का शासन था लेकिन 2012 के बाद अनेकों उतार-चढ़ाव आने के बाद भी बहुजन समाज पार्टी सत्ता के शिखर पर नहीं पहुंच सकी जिसके लिए बसपा सुप्रीमो लगातार संगठन में फेरबदल करती रही परन्तु विधानसभा व लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन न कर पाए और एक-एक कर वरिष्ठ नेता पार्टी का साथ छोड़कर चले गए। अब बीते कुछ वर्षों से सहारनपुर जनपद में बहुजन समाज पार्टी फिर अपने पुराने रुतबे में नजर आती दिख रही है जिसका उदाहरण जनपद सहारनपुर के चारों ओर लगे बहुजन समाज पार्टी के बड़े-बड़े होर्डिंग व फ्लेक्स हैं। वैसे होर्डिंग पर भले ही 9 अक्टूबर 2025 को लखनऊ स्थित कांशीराम पार्क में बसपा संस्थापक मान्यवर कांशीराम साहब का परिनिर्वाण दिवस मनाने की बात की जा रही है लेकिन बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती का यह कदम आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है जिससे प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन कर अपनी ताकत का एहसास कराया जा सके। बीते वर्षों की अपेक्षा वर्तमान पर गौर की जाए तो जबसे बहुजन समाज पार्टी द्वारा जनपद सहारनपुर में धार्मिक प्रवृति के पुराने बसपाई ननौता निवासी जगपाल सिंह को जिलाध्यक्ष बनाया गया है तबसे उनकी रंग लाती मेहनत से लगातार पार्टी का ग्राफ बढ़ता नजर आ रहा है जो जनपद की राजनीति में अन्य दलों की बैचेनी बढ़ा रहा है और बसपा के बढ़ते ग्राफ के कारण ही जिला पंचायत सदस्य की सीटों पर टिकट के लिए अभी से घमासान शुरू हो गया है।
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