ग्लोकल विश्वविद्यालय में "समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047" कार्यक्रम का आयोजन
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-ग्लोकल यूनिवर्सिटी के पैरामेडिकल कॉलेज के द्वारा ग्लोकल इंस्टीट्यूशन्स इनोवेशन काउंसिल के तत्वावधान में "समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047" अभियान के तहत एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत और दीप प्रज्वलन से हुई, तत्पश्चात पैरामेडिकल कॉलेज की छात्रा सलोनी धीमान के द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम के स्वागत भाषण में पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं IQAC निदेशक प्रोफेसर संजय कुमार ने कहा कि ग्लोकल यूनिवर्सिटी सदैव अपने विद्यार्थियों को समाज और राष्ट्र निर्माण की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047 कार्यक्रम इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।स्वागत भाषण के पश्चात कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) श्री अरविंद कुमार ने भी अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा वह माध्यम है जिसके द्वारा हम समाज की प्रत्येक समस्या का समाधान खोज सकते हैं। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे केवल नौकरी नहीं, बल्कि नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में भी योगदान करें । ग्लोकल विश्वविद्यालय के अतिरिक्त प्रतिकुलाधिपति श्री सैयद निज़ामुद्दीन ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा, हमारे पास सृजनशक्ति और जीवनशक्ति का भंडार है lकुलपति प्रोफेसर डॉ. जॉन फिनबे ने कहा कि समर्थ उत्तर प्रदेश का सपना तभी साकार होगा जब शिक्षा, स्वास्थ्य और तकनीक तीनों क्षेत्र एक साथ आगे बढ़ेंगे। कुलसचिव प्रोफेसर शिवानी तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यदि युवा अपने नवाचार, कौशल और संकल्प के साथ आगे बढ़े तो 2047 तक विकसित उत्तर प्रदेश और विकसित भारत का सपना निश्चित तौर पर साकार होगा ।कार्यक्रम के अगले चरण में तकनीकी सत्र की शुरुआत में पैरामेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं के द्वारा निर्मित शॉर्ट फिल्म "समर्थ उत्तर प्रदेश" को दिखाया गया । इसके बाद प्रोफेसर डॉ. शोभा त्रिपाठी, डॉ. संदीप गुप्ता, डॉ. मोहम्मद यूसुफ ने "विकसित उत्तर प्रदेश 2047: सामाजिक परिप्रेक्ष्य में योजना और क्रियान्वयन" विषय पर अपने-अपने विचार रखें और बताया कि सरकार के द्वारा राज्य के सामाजिक ढांचे को सशक्त करने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है जो विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। डॉ. मोहम्मद बाबू खान के द्वारा "सृजन शक्ति – इनोवेशन और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम बाई लाइफ साइंसेज, बायोटेक्नोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी" विषय पर व्याख्यान दिया गया । डॉ. फराज खान ने "AI, IoT और Machine Learning के माध्यम से Digital Shakti" पर बहुत प्रेरक व्याख्यान दिया।इसके बाद छात्रों द्वारा विभिन्न नवाचार मॉडल प्रदर्शित किए गए, जिनमें स्मार्ट विलेज मॉडल, डिजिटल हेल्थ ट्रैकिंग सिस्टम, सस्टेनेबल फार्मिंग इनिशिएटिव जैसे रचनात्मक प्रोजेक्ट शामिल थे। अंत में सहायक प्राध्यापक हर्ष मौर्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ l

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
0 टिप्पणियाँ