धूमधाम से आयोजित हुआ तीसवां वार्षिक संत समागम, बुराइयों को छोड़ सतमार्ग पर चलने का किया आव्हान
रिपोर्ट एसडी गौतम
नागल- अखिल भारतीय संत शिरोमणि सतगुरु रविदास मिशन रजि. गुरु गद्दी ऊन के तत्वाधान में सतगुरु रविदास आश्रम कोटा में तीसवां वार्षिक संत समागम धूमधाम से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संत शिरोमणि सतगुरु रविदास जी महाराज सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज के श्री चरणों में गुरु पूजा अर्पित कर आरती वंदना से किया गया।
संगत को निहाल करते हुए आश्रम प्रबंधक महात्मा किशन दास ने कहा कि करोड़ों लोगों को सतमार्ग दर्शाकर सतगुरु समन दास जी महाराज ने बेगमपुरा राज स्थापित कराने का कार्य किया है उनके उपदेशों पर चलने वाला हर ओर सफलता प्राप्त करता है उन्होंने सभी से मांस मदिरा जैसी गंदी बुराइयों को छोड़कर गुरुमार्ग का अनुसरण करने की बात कही। महात्मा राजकुमार दास ब्रह्मचारी ने कहा कि संत शिरोमणि सतगुरु रविदास जी महाराज के स्वरूप ही सतगुरु समनदास जी है उन्होंने कहा कि जीवन में सतगुरु को नहीं भूलना चाहिए क्योंकि जो कुछ प्राप्त हो रहा है वह सतगुरु की दया है। उन्होंने सभी से प्रेमपूर्वक व्यवहार करने की बात कही।संत समागम में विचार रखते हुए बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष जगपाल सिंह ने सभी से मनुवाद व पाखंडवाद से दूर हटकर संत शिरोमणि सतगुरु रविदास स्वामी समनदास जी महाराज जी महाराज के मार्ग पर चलते हुए गंदे खानपीन छोड़कर अपने बच्चों को शिक्षित करते हुए उनपर पर अधिक ध्यान देने की बात कही तथा बहुजनों की राजनीति के मसीहा कांशीराम साहब के परिनिर्वाण पर लखनऊ चलने का आव्हान किया। समागम में पहुंचे राज्यमंत्री उत्तराखंड सरकार देशराज कर्णवाल चमार साहब ने कहा कि मैं कोई राजनेता नहीं बल्कि गुरुजी के चरणों सेवक हूं, हमारा गौरवशाली इतिहास रहा है और आज उन्हें अपनी जाति पर गर्व है उन्होंने एक उदाहरण देते हुए सभी मानव को चाम से निर्मित चमार बताया है।भीम आर्मी जय भीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह नौटियाल ने उपस्थित जनसमूह में जोश भरते हुए समाज के सुख दुख में बराबर भागेदारी कर समाज को हुक्मरान बनाकर दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने की बात कही तथा अपने भविष्य की नींव को मजबूत करने की बात कहीं। वरिष्ठ समाजसेवी जयराम गौतम प्रधान ने समाज में फैली में मृत्यभोज जैसी कुप्रथा को खत्म करने की बात कही। कार्यक्रम में पूर्व बसपा नेता समाजसेवी अजब सिंह, एडवोकेट एनपी आनंद, प्रशासनिक अधिकारी राजेश्वर दयाल, भीम आर्मी नेता बुल्ला शाह, महात्मा गुरुमुख दास ब्रह्मचारी व महात्मा सतीश दास खरखड़ी ने भी विचार रखते हुए संतो महापुरुषों के मार्ग का अनुसरण कर शिक्षित होकर समाज में व्याप्त बुराइयों को खत्म करने और भारतीय संविधान को पढ़कर अधिकारों के प्रति जागरूक होने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन पूर्व चेयरमैन शिवकुमार खुर्चा व पत्रकार एसडी गौतम ने किया। इस दौरान अनेकों संत महात्मा समेत मुनेश प्रधान, रामस्वरूप, संदीप प्रधान, मेहरसिंह, गुरमेल सिंह, राकेश पहलवान, सुलेख गौतम, डॉ. विशाल मैथानी, इसम सिंह, मानसिंह, विपिन मास्टर, काला, रुचिन सिंह, सूरजभान, तुरमपाल, चंद्रकिरण बर्मन, तलाब सिंह, सोनू भाटिया, ओमसिंह, एड. सुधीर कुमार, जगराम, रामकला, नेत्रपाल, सोनुदास, कपिल क्रांतिकारी, नीटू रविदासिया, अनूप दास, गोविंद रविदासिया, सुंदर रविदासिया समेत हजारों अनुयाई मौजूद रहे। कार्यक्रम में सुरक्षा की दृष्टि से थाना प्रभारी निरीक्षक रमेश चंद्र सिंह, सब इंस्पेक्टर सुमन यादव समेत भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
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