‘‘रैबीज फ्री सिटी’’ बनेगा सहारनपुर
शहर में कुत्तों की संख्या के लिए कराया जायेगा सर्वे
कुत्तों को लगेगी एण्टी रैबीज की बूस्टर डोज
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-नगर निगम ने सहारनपुर को ‘‘रैबीज फ्री सिटी’’ बनाने की कवायद शुरु कर दी है। इसके लिए श्वानों (कुत्तों) का सर्वे कराया जायेगा और सभी श्वानों को मौके पर ही पकड़कर उन्हें एंटी रैबीज की बूस्टर डोज लगायी जायेगी। इसके लिए नगरायुक्त शिपू गिरि ने निगम के पशुु चिकित्सा कल्याण अधिकारी को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए है। बीमार और घायल कुत्तों के लिए भी नगरायुक्त ने एक शैलटर होम बनाने के निर्देश दिए।
जिला स्तर पर हाल ही में नगरायुक्त की अध्यक्षता में स्थानीय पशु जन्म नियंत्रण निगरानी समिति का गठन किया गया था। निगरानी समिति की आज हुई बैठक में नगरायुक्त शिपू गिरि ने उक्त निर्देश दिए। निगम के पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी डॉ.संदीप मिश्रा ने नगरायुक्त को बताया कि अक्तूबर 2025 तक नगर निगम द्वारा 23448 कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी हैं। डॉ. मिश्रा ने बताया कि डब्लयू एच ओ के अनुसार प्रति सौ व्यक्ति पर तीन कुत्तों का आंकड़ा हैं, यदि सहारनपुर की जनसंख्या दस लाख मान ले तो 30 हजार कुत्तों की संख्या होती है। इसमें प्रत्येक दो वर्ष में होने वाली 25 प्रतिशत की वृद्धि और बफर जोन के कुत्तों की संख्या भी शामिल करते हैं तो ये आंकड़ा और बढ़ जाता है। इस दृष्टि से अभी काफी कुत्तों की नसबंदी करायी जानी बाकि है।एण्टी रैबीज टीकाकरण के सम्बंध में डॉ. मिश्रा ने बताया कि जितने कुत्तों की नसबंदी की गयी है उन सभी कुत्तों का एंटी रैबीज टीकाकरण भी किया गया है। उन्होंने बताया कि यह टीकाकरण हर वर्ष होना चाहिए। इस पर नगरायुक्त ने कहा कि महानगर में कुत्तों की वास्तविक संख्या ज्ञात करने के लिए एक सर्वे करा लें और उसके बाद कितने कुत्तों की नसबंदी की जानी है, कितने शैल्टर होम का निर्माण किया जाना है, कितने डॉग वैन बढ़ाने हैं, कितने कैनल बनाने हैं, कितने डॉक्टर और अन्य स्टाफ बढ़ाना है, इस सबकी एक समयबद्ध कार्य योजना बनाएं। उन्होंने सहारनपुर को ‘‘रैबीज फ्री सिटी’’ बनाने पर जोर देते हुए कहा कि कुत्तों को मौके पर पकड़कर एण्टी रैबीज की एक बूस्टर डोज दी जाए। उन्होंने इसके लिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए एक समयबद्ध कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। नगरायुक्त ने शहर में बनाये जाने वाले डॉग फिडिंग प्वाइंट बनाने के कार्य में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस कार्य में आम जन के अलावा पार्षदों और डॉग लवर्स का सहयोग लेने का भी सुझाव दिया। बैठक में निगरानी समिति के सदस्य उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. के के नागर, नगर स्वास्थय अधिकारी डॉ. प्रवीण शाह, एनजीओ प्रतिनिधि के रुप में गंतव्य चैरिटेबल ट्रस्ट के डॉ. नीरज राजपूत तथा डॉग लवर्स प्रगति व पुर्नजन्म फाउण्डेशन के अश्रुत शारदा और वरद शारदा आदि मौजूद रहे।
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