ग्लोकल यूनिवर्सिटी में भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्म शताब्दी के स्मरणोत्सव का भव्य समापन
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-ग्लोकल विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्म शताब्दी का स्मरणोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों में राष्ट्रीय चेतना का विकास करना, अटल जी के विचारों से प्रेरणा लेना और सुशासन, नैतिकता तथा राष्ट्रनिर्माण के मूल्यों को आत्मसात करना था।
कार्यक्रम ग्लोकल विश्वविद्यालय के अतिरिक्त प्रतिकुलाधिपति श्री सैयद निजामुद्दीन के संरक्षण और कुलसचिव प्रोफेसर शिवानी तिवारी के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।कार्यक्रम का संयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शोभा त्रिपाठी और जमीरुल इस्लाम के द्वारा किया गया।कार्यक्रम के पहले सत्र में छात्र छात्राओं ने श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन पर प्रकाश डाला और उनकी रचनाओं का काव्य पाठ किया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में एक व्याख्यान आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में ग्लोकल लॉ स्कूल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद वाजिद खान ने भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन, कृतित्व और देश के प्रति समर्पण पर प्रकाश डाला । उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय राजनीति के महानतम व्यक्तित्वों में से एक थे। उनके विचार, वाणी, और व्यवहार ने राष्ट्र को एक नई दिशा दी। वे एक कुशल राजनेता, ओजस्वी वक्ता, संवेदनशील कवि और सच्चे राष्ट्रवादी को थे।डॉ. खान ने कहा कि श्री वाजपेयी जी ने गठबंधन राजनीति को स्थायित्व और गरिमा प्रदान की और समन्वयवादी सोच को व्यवहार में उतारा। पोखरण परमाणु परीक्षण के माध्यम से उन्होंने भारत को विश्व मंच पर एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। उनके सुशासन और दूरदर्शी सोच के प्रतीक स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना, सर्व शिक्षा अभियान, ग्राम सड़क योजना और दूरसंचार क्षेत्र में सुधार हैं। उन्होंने विदेश नीति में उन्होंने पड़ोसी देशों से संवाद और शांति का मार्ग अपनाया। स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की सबसे बड़ी उपलब्धि यह थी कि वे सत्ता में रहते हुए भी लोकतांत्रिक मूल्यों, नैतिकता और मानवीय संवेदनाओं से कभी समझौता नहीं करते थे। इस अवसर पर छात्रों साकिब और ईशा ने उनकी रचनाओं का काव्य पाठ किया।कार्यक्रम के दौरान छात्र कल्याण अधिष्ठाता और कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शोभा त्रिपाठी ने अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन, उनके दूरदर्शी नेतृत्व, राष्ट्रहित में किए गए ऐतिहासिक निर्णयों, लोकतांत्रिक मूल्यों और सुशासन की अवधारणा पर विस्तार से प्रकाश डाला। कुलानुशासक और कार्यक्रम अधिकारी श्री जमीरुल इस्लाम ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जीवन सादगी, सहिष्णुता, राष्ट्रभक्ति और सुशासन का बेहतरीन उदाहरण है।उन्होंने आगे कहा कि ऐसे महान नेताओं की उपलब्धियों से छात्रों को परिचित कराना उनके सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

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