गैरभाजपा दलों की आवाज दबाने का अलोकतांत्रिक तरीका रवैया-प्रदीप वर्मा
सहारनपुर -कांग्रेस पार्टी के सहारनपुर से नगर निगम के मेयर प्रत्याशी प्रदीप वर्मा ने भाजपा सरकार पर स्थानीय निकाय चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग का आरोप लगाया
कांग्रेश के मेयर प्रत्याशी अंबाला रोड स्थित अपने चुनावी कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उन्हें विगत आधी रात को 1:17 बजे उन्हें प्रशासन द्वारा एक नोटिस, धारा 107/116 के अंतर्गत दिया गया I नोटिस में प्रदीप वर्मा द्वारा स्थानीय निकाय चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के कारण शांति व्यवस्था भंग होने और संगीन वारदात घटित होने की प्रबल संभावनाएं जताते हुए, उन्हें आगामी 2 मई को 10:00 बजे, सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय में उपस्थित होने का निर्देश भी दिया गया है I प्रदीप वर्मा ने आरोप लगाया कि इस तरह का नोटिस देनें से पहले पुलिस ने मेरे आज तक के व्यवहार और आचरण के संदर्भ में कोई किसी प्रकार की जांच किए बिना, सरकारी दबाव में मुझे यह नोटिस देकर, मेरे चुनाव में मुझे प्रचार से रोकने का षड्यंत्र रचा है I उन्होंने कहा कि मैं एक राष्ट्रीय पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी होने के नाते यदि चुनावों में भाग नहीं लूंगा, तो क्या अपने घर बैठ जाऊंगा ? उन्होंने ऐलान किया कि वें 2 मई को निर्धारित समय पर सिटी मजिस्ट्रेट की अदालत में पहुंचेंगे, लेकिन कोई जमानत या मुचलका नहीं देंगे और यदि प्रशासन उन्हें दोषी मानता है तो वें मुझे गिरफ्तार कर सकते हैं I प्रदीप वर्मा ने इस कार्रवाई को विद्वेष व दबाव की राजनीति बताते हुए इसे गैरभाजपा दलों की आवाज दबाने का अलोकतांत्रिक तरीका रवैया बताया I उन्होंने कहा कि भाजपा की इन अलोकतांत्रिक नीतियों के लिए जनता उन्हें चुनावों में सख्त जवाब देगी Iप्रदीप वर्मा ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा सभी प्रत्याशियों को चुनाव के संबंध में जो आचार संहिता के लिए एक मैन्युअल दिया गया है, उसमें स्पष्ट तौर पर बताया गया है कि जाति, धर्म और बिरादरी के नाम पर वोट मांगना गैरकानूनी है और और यदि इसके लिए कोई प्रत्याशी दोषी पाया गया तो उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही के भी संकेत दिए गए हैं I प्रदीप वर्मा ने भाजपा के चुनाव कार्यालय में आयोजित किए गए गुर्जर सम्मेलन का जिक्र करते हुए इस आयोजन को आचार संहिता का प्रत्यक्ष उल्लंघन माना है I उन्होंने जानना चाहा कि चुनाव आयोग आचार संहिता के इस उल्लंघन के लिए गुर्जर सम्मेलन के आयोजकों, भाजपा संगठन व प्रत्याशी के विरुद्ध कब कार्यवाही करेगा ?
रिपोर्ट-अमान उल्ला खान
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