छुटमलपुर में ग्राम प्रधान की जगह, इस बार, पहली बार , चेयरमैन का चुनाव
छुटमलपुर-भाई साहब, चुनाव क्या है? इसमें तो हदें ही पार होती चली जा रही हैं, किसकी जांच? कैसी जांच? प्रत्याशी जो चाहे दिल खोलकर करता हुआ नजर आ रहा है छुटमलपुर में ग्राम प्रधान की जगह, इस बार, पहली बार नगर पंचायत बन जाने के कारण, चेयरमैन का चुनाव होने जा रहा है।छुटमलपुर एवं फतेहपुर की जनता, निष्पक्ष जनता, शायद मेरे इन दो शब्दों को पढ़कर, यकीन अवश्य करेगी, और सोचेगी किस चुनाव लड़ा कैसे जाता है?
भाइयों चुनाव देखते देखते मेरी भी उम्र पत्रकारिता करते करते इतनी हो गई है कि मुझे अब ताज्जुब होने लगा है! क्योंकि मैं जब साफ सुथरा समाचार लगाता हूं मुझे गालियां दी जाती है जिसकी मैंने न तो पहले चिंता की है और ना ही अब कर रहा हूं। क्योंकि हमारे कुछ भाई हमें सम्मान दे या ना दे लेकिन जो जनता जानती है वह तो कम से कम हमारी लेखनी को पहचानने की कोशिश अवश्य करेगी?मैं क्या बताऊं? लंबे अरसे से शराब तो चलती आ रही है, भंडारा भी चल रहा है, लेकिन यदि करोड़ों का खेल गरीब जनता में खेला जाएगा तो आप सही अंदाजा लगाइए जीतने वाला प्रत्याशी क्या ऐसे लोगों को बाद में सम्मान दे पाएगा? क्या वह प्रत्याशी कस्बे के अंदर विकास कर पाएगा? क्या वह प्रत्याशी ऐसे लोगों के साथ खड़ा हो सकेगा?मेरा कहने का तात्पर्य यह है*की समर्थन लेना देना यह तो चलता ही रहता है इस पर कभी एतराज नहीं करना चाहिए! क्योंकि कोई भी बिरादरी, कोई भी व्यक्ति किसी के बंधन में नहीं होता वह सामने कुछ होता है और पीछे कुछ और होता है इसलिए हम कह रहे हैं कि आप लोग प्रत्याशी से पैसा बिल्कुल भी ना लें उसके शराब बिल्कुल ना पिए नहीं तो आपको काम करवाने के लिए उसके पास सर झुका कर ही जाना पड़ेगा!छुटमलपुर एवं फतेहपुर की जनता से मेरा अनुरोध है इस समय करोड़ों रुपए का गेम चल रहा है बल्कि यूं कहिए आगामी दो दिनों में जहां जहां गरीब लोग रहते हैं पैसा फेंका जाएगा इसके बारे में चाहे चुनाव आयोग हो? चाय शासन-प्रशासन हो? किसी को भी कोई चिंता नहीं है? हम यह 2 शब्द लिख रहे हैं हमसे ही पूछने लगेंगे कहां हो रहा है?यह दो शब्द हवा हवाई नहीं है। बॉल की बहुत ही कड़वे शब्द हैं। यकीन यदि नहीं आता तो शाम के अंधेरे में कौन सा खेल खेला जा रहा है गोपनीय रूप से देखा जा सकता है।अंतिम दो लाइन छुटमलपुर एवं फतेहपुर की जनता से फिर मेरा अनुरोध है कि आप लोग ऐसे प्रत्याशी को वोट बिल्कुल भी ना दें जो आपको शराब का लालच देता हो? जो आपको पैसे का लालच देता है? क्योंकि विकास कराना आपके हाथ की बात है!
रिपोर्ट-सुरेश गुप्ता
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