कस्बे के विकास पुरुष बने शालू भैया ने रचा इतिहास
रिपोर्ट-शेख़ परवेज़ आलम/ मौ. नादिर
बेहट-सहारनपुर- आजादी से पहले अस्तित्व में आई बेहट नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर लगातार दूसरी बार निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुर रहमान उर्फ शालू भैया ने अपना परचम लहराया है। शालू भैया ने न केवल दूसरी बार जीत हासिल की है बल्कि बेहट कस्बे के इतिहास में सबसे ज्यादा वोट प्राप्त करने का भी रिकार्ड अपने नाम कर लिया है।
दरअसल, हम बात कर रहे है, उत्तर प्रदेश की नंबर एक विधानसभा सीट क्षेत्र की नगर पंचायत बेहट की। जनपद सहारनपुर का बेहट कस्बा प्राचीन व ऐतिहासिक कस्बा है। बताया जाता है कि नगर पंचायत बेहट आजादी से पहले अस्तित्व में आई थी। आजादी से पहले गठन होने के बावजूद और आजादी के बाद बरसो बाद बेहट कस्बा विकास के मामले में बहुत पिछड़ा रहा। हालाकि सूबे की सत्ताधारी पार्टी से जुड़े लोग भी यहां नगर पंचायत के चेयरमैन रह चुके। लेकिन यहां विकास पटरी पर नहीं आ सका। वर्ष 2017 में हुए नगर निकाय चुनाव में नगर पंचायत बेहट से एक नया चेहरा चुनाव मैदान में उतरा था। मुजफ्फराबाद से विधायक पद का चुनाव लड़ चुके हाजी अहसान कुरेशी के बेटे अब्दुर रहमान नगर पंचायत बेहट सीट से चेयरमैन का चुनाव लडने मैदान में उतरे थे। वेल एजुकेटिड और मिलनसार होने के कारण उन्होंने चंद दिनों में भी कस्बे के लोगो के दिलो में जगह बना ली और कस्बेवासियों के लिए अब्दुल रहमान अब शालू भैया के नाम से मशहूर हो गए। शालू भैया के मिलनसार रवैये के कारण कस्बे के लोगो में उनका ऐसा जादू चला कि लोगो ने उन्हे जिताकर बेहट नगर पंचायत का चेयरमैन चुन लिया।
बेहट का चेयरमैन बने के बाद शालू भैया द्वारा कस्बे में वो विकास कार्य कराए गए जिनकी वाकई में लोगो को जरूरत थी और वे काम आजादी के बाद से आज तक नही हो सके थे। कस्बे में जगह जगह फिल्टर वाटर के फ्रिजर लगाए गए ताकि लोगो को साफ स्वच्छ और ठंडा पेयजल मिल सके। कस्बे के शाकुंभरी चौक, तहसील मुख्यालय के बाहर, तहसील मुख्यालय परिसर में दयालपुर रोड़ पर मंडी समिति के पास और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया। कस्बे को साफ व स्वच्छ रखने के लिए सफाईकर्मियों की संख्या में इजाफा और सफाई के लिए यंत्रों जैसे ट्रैक्टर ट्राली, छोटा हाथी और रेहड़े आदि खरीदे गए। सड़को व नालियों का निर्माण कराया गया। इसके साथ साथ पूरे कस्बे पर नज़र रखने के लिए सीसीटीवी लगवाए गए। विद्युत आपूर्ति ना होने के बावजूद दिल्ली -यमुनोत्री हाईवे पर दोनो ओर सोलर लाइट की व्यवस्थाएं की गई। इसके अलावा कस्बे में युवाओं को शरीर फिट रखने और बच्चो के खेलने के लिए ओपन जिम और पार्क बनवाकर भी ऐतिहासिक कार्य किया है जिसकी कस्बे ही नहीं जिलेभर में चर्चा रही और तारीफ भी होती रही। शालू भैया द्वारा कस्बे में कराए गए विकास कार्यों के कारण ही कस्बे की जनता अब उन्हें विकासपुरुष कहने लगी है। हाल ही में हुए नगर निकाय चुनाव में एक बार फिर अब्दुर रहमान उर्फ शालू भैया चुनाव मैदान में उतरे। लेकिन यह चुनाव वह शायद अपनी उम्मीदों से भी ज्यादा वोटो से जीत गए। उन्होंने 7343 वोट हासिल कर करीब 4972 वोटो के अंतराल से अपने प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी संजीव कर्णवाल उर्फ बॉबी को करारी शिकस्त दी है। उनकी यह जीत बेहट नगर पंचायत के इतिहास में सबसे बड़ी और रिकार्ड जीत मानी जा रही है। शालू भैया एक बार फिर कस्बे के विकास को आतुर है। उनका कहना है कि शपथ ग्रहण करने के साथ ही वे उन मुद्दों पर काम करेंगे जो वायदे उन्होंने चुनाव के दौरान कस्बे की जनता से किए है। बहरहाल जो भी हो, कस्बे की जनता ने शालू भैया को पलकों पर बैठा लिया है।


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