शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक मलिक के नेतृत्व में जिला विद्यालय निरीक्षक का किया घेराव
रिपोर्ट-अमान उल्ला खान
संगठन से जुड़े पदाधिकारी को संबोधित करते हुए शिक्षक नेता डॉ अशोक मलिक ने कहा कि निजी स्कूलों को शोषण करने की सरकार की नीति कामयाब नहीं होने देंगे ग्रामीण पिछले क्षेत्र के निजी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को सुचारू रूप से शिक्षण कार्य कर रहे सरकारी अधिकारी कर्मचारी बाधक बन रहे हैं एक तरफ सरकार बिना मान्यता के स्कूलों पर शिकंजा कसने का काम कर रही है और दूसरी तरफ मान्यता लेने के मनको को सुलभ करने की बजाय कठोर मानक कर दिए हैं परिषद के स्कूलों में संख्या दिन पर दिन घटती जा रही है इसी के परिणाम स्वरूप सरकार ने मान्यता के मानकों को कठोर कर दिया बेसिक स्कूलों की मान्यता लेने के लिए इंटर कॉलेज के मानक और इंटर कॉलेज की मान्यता के लिए डिग्री कॉलेज के मानक स्कूलों पर थोप दिए हैं सरकार के द्वारा परिषद के स्कूलों के लिए सभी पर्लोभन योजनाएं विफल हो गई है इसलिए सरकार ने साजिश के तहत निजी स्कूलों की जांचो और मान्यता के कठोर मानक लागू करके संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है यदि शिक्षा विभाग में सुधार नहीं हुआ तो हम कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना देंगेकार्यक्रम को जिला 10 केपी सिंह महानगर अध्यक्ष गययूर आलम और प्रभारी धनंजय शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा की सरकार की 3 वर्ष से अधिक सरकारी कर्मचारी अधिकारी एक सीट पर कार्य नहीं करेगा के शासनादेश को ठेगा दिखाते हुए एक लिपिक पिछले 18 वर्षों से भी अधिक एक ही कार्यालय एक ही सीट पर जाम पड़ा है उसको अअविलंब कार्यालय से हटाया जाएमुजाहिद नदीम और प्रकाश पांडे व असीम मलिक हंस कुमार ने कहा कि हम सभी विभाग के अधिकारीयों व कर्मचारियों के बच्चों को पढ़ाते हैं यहां तक की सरकारी स्कूल के शिक्षकों के बच्चों को भी हम पढ़ते हैं लेकिन राष्ट्रपति अवार्ड व राज्यपाल अवार्ड सरकारी टीचरों को दिया जाता है यह देश का दुर्भाग्य है कुशल कार्य करने वाले निजी क्षेत्र के स्कूलों के शिक्षकों को अवार्ड दिया जाना चाहिएइस अवसर पर दिनेश रुपडी मनीष मंगलम मुकेश शर्मा मुजाहिद नदीम अफरान अहमद एडवोकेट मोहम्मद अहमद अजय सिंह रावत श्रीमती उमा बाटला कुमारी नेहा चावला मंजूर हसन मोहम्मद बरहन प्रवीण गुप्ता नकुल खन्ना नेहा असीम मलिक धनंजय शर्मा हंस कुमार जितेंद्र गोरिया आदि आदि स्कूल संचालक उपस्थित रहे

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