फैंसी चाइनीज लाइटों के आगे कम हुआ दीपो का उजाला,नाममात्र को रहे है बिक
आधुनिकता की दौड़ में कम हो रहा है दीयों और मोमबत्तियों का प्रकाश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दीपोत्सव से जगी आस, प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद
रिपोर्ट -अमित यादव मोनू
सहारनपुर-रोशनी के महा पर्व दीपावली पर हमेशा से ही दीपों का विशेष महत्त्व होता रहा है दीयें अंधकार पर न सिर्फ उजाले की विजय का प्रतीक है बल्कि एक नई चेतना,उमंग और आशा का भी प्रतीक माना जाता है।दीयां स्वत जलकर दूसरो को उजाला देता रहा है और घोर अंधकार में भी एक नवीन राह दिखाता रहा है।अग्नि देवता के रूप में पूजे जाना वाला दीयां जब अपना प्रकाश बिखेरता तो वो समता को प्रदर्शित करता हुए सभी को सम्मान रूप से उजाला देता है।
सनातन संस्कृति में तो दीयों का अत्यधिक महत्व है। सनातन धर्म की एक मान्यता अनुसार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम जब लंका पर विजय प्राप्त कर अयोध्या वापिस आए थे तो सम्पूर्ण अयोध्या को उनके स्वागत के लिए दीपो से सजाई गई थीं जिससे आज हम लोग दीपावली के रूप में मनाते आ रहे है।लेकिन बढ़ती आधुनिकता,नये संसाधनों और चाइनीज लाइटो के आने से अब दीपों का महत्व कम होता जा रहा है। दीपक आज अपनी चमक और प्रकाश दोनो को खो रहे है। पंच दिवसीय दीपो महोत्सव का शुभारंभ बीते दिन धनतेरस के साथ आरंभ हो गया और धनतेरस से बाजारों में जमकर खरीदारी भी देखने को मिली।खरीदारों के भीड़ से लगभग सभी बाजार गुलज़ार रहे।इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल,आभूषण,आदि से लेकर लाइटों के सभी सम्मानों की अच्छी खासी खरीदारी देखी गई।मगर दीये को बेचने वाले बाजारों में इक्का दुक्का ही नजर आ रहे और जो बेच रहे है वो भी बड़ी कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए दीयें बेच रहे है।दीयें बनाने वाले लोगों की तीन महीनें की मेहनत दीपावली की खरीदारी पर निर्भर करती है। मगर बाजारों में चाईनीज लाइटों के आगे उनको बडी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है जो उनके जीवन यापन पर एक प्रश्न चिन्ह जरूर लगाता दिखाई दे रहा है।इन्ही कारण के आगे दीयें बनाने वालो को अब सरकार से सहायता की दरकार हो चली है ताकि वो दीयों को बनाने और बेचने की परंपरा को जीवित रख सके।उल्लेखनीय है सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार दीपोत्सव के माध्यम से दीपों को हमेशा से ही बढ़ावा देते आ रहे है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम नगरी अयोध्या में शनिवार को दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया ।दीपोत्सव के आयोजन मे लगभग चौबीस लाख से भी अधिक दीयों को प्रज्वलित करने का कार्यक्रम हुआ। एक विश्व भर मे दीपोत्सव का ये एक रिकॉर्ड बना है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस भागीरथी प्रयास से दीयें बनाने वालो में एक आस एक उम्मीद जगी है।और आने वाले समय में दीयें बनाने वाले दीपावली पर्व को भव्य और सार्थक बनाने के लिए पुनः दीपो के महत्व को समाज में स्थापित करके मानव जीवन और समाज को प्रकाशित जरूर करेंगे।

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