नर्सिंग व्यवसाय नहीं बल्कि मानव सेवा है-डॉ रतनपाल सिंह सुमन
रिपोर्ट -डॉ0 ताहिर मलिक
विजीसीएफ की इकाई रामरति एजुकेशन कॉम्प्लेक्स की शिक्षण संस्था हिलेरी क्लिंटन नर्सिंग स्कूल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे जिला अस्पताल के एसआईसी डाक्टर रतनपाल सिंह सुमन, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सर्वेश कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (महिला)डॉ इंद्रा सिंह, विक्रांत कुमार, ईशा सिंह, नर्सिंग सुपरिटेंडेंट संगीता अग्रवाल, सुमन शर्मा,चेयरमैन नर्सिंग एसोसिएशन प्रवीण चतुर्वेदी का रामरति एजुकेशन काम्प्लेक्स की प्रेजिडेंट राजकमल सक्सेना व उनकी टीम ने भव्य स्वागत किया। समारोह का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। तदोपरांत अतिथियों ने नर्सिंग स्कूल के जीएनएम व एएनएम के नव प्रवेशित छात्र छात्राओं को समर्पण भाव के साथ समाज में रोगियों की मदद करने की शपथ ग्रहण कराई।
मुख्य अतिथि डाक्टर रतनपाल सिंह सुमन ने कहा कि छात्र छात्राओं ने दीप जलाकर अपने भविष्य की शुरुआत की है जो उनके जीवन में प्रकाश का प्रतीक है। नर्सिंग समाज की सबसे बड़ी सेवा है क्योंकि एक दुखी व्यक्ति की सेवा करना ईश्वर की सेवा करने के समान है। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सर्वेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं को कार्यान्वित करने में एक नर्स की अहम भूमिका होती है।डॉ इंद्रा सिंह व विक्रांत कुमार ने कहा कि एक नर्स में अपने कार्य के प्रति जागरूकता पैदा करने से अस्सी प्रतिशत रोगी स्वस्थ हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वेदों के अनुसार छात्रों में पांच लक्षणों कौवे की तरह जानने की जिज्ञासा, बगुले जैसा ध्यान, कुत्ते जैसी निंद्रा, अल्प हारी और गृह त्यागी होने के लक्षणों का पालन करना आवश्यक है। संस्था की प्रेजिडेंट श्रीमती राजकमल सक्सैना ने कहा कि विजीसीएफ के संस्थापक विनोद गुप्ता जी ने अपनी माता जी प्रेरणा से महिला सशक्तिकरण व व उनके विकास के लिए इस संस्था की स्थापना की है।संस्था के छात्र छात्राएं सरकारी व निज़ी सेक्टर में सर्विस कर स्वावलंबी बने हैं और अपना व संस्था का गौरव बढ़ा रहे हैं।विनोद गुप्ता जी और उनकी माताजी का सपना साकार हो रहा है। इस दौरान प्रधानाचार्य सनीश वीएम, जैसन, अनु, मेघा, पल्लवी रहेजा, प्रीती चमोली, मृत्युंजय चौहान, मीनाक्षी शर्मा, अंजली, गौरव कुमार व स्टाफ सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।


0 टिप्पणियाँ