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महापौर ने वृक्षों पर लटकाए घोंसले और बर्ड फीडर

 महापौर ने वृक्षों पर लटकाए घोंसले और बर्ड फीडर

नगर निगम ने शुरु किया पक्षियों को दाना-पानी और आसरा देने का अभियान

रिपोर्ट अमान उल्ला खान

सहारनपुर-चिलचिलाती धूप और लगातार बढ़ती गर्मी में नगर निगम ने एक नयी पहल करते हुए पक्षियों को दाना-पानी और आसरा (घोंसला) उपलब्ध कराने का अभियान शुरु किया। अभियान की शुरुआत ‘पर्यावरण संरक्षण और हम’ कार्यक्रम के तहत महापौर डॉ. अजय कुमार ने गांधी पार्क में पेड़ों पर घोंसले लटकाकर व पार्क परिसर में बर्ड फीडर रखकर की। पक्षियों के लिए मिट्टी के बर्तनों में पानी भी रखा गया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों की पर्यावरण आधारित पेंटिंग प्रतियोगिता और क्विज कांटेस्ट का भी आयोजन किया गया। 

अभियान की शुरुआत महापौर डॉ. अजय कुमार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की। महापौर ने लोगों से प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग न करने तथा जल संरक्षण एवं पौधारोपण के माध्यम से पर्यावरण संतुलन बनाये रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह आध्यात्मिक दृष्टि से ही नहीं पर्यारण संरक्षण के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि निगम का यह अभियान एक सप्ताह तक चलेगा। इस दौरान निगम शहर के मुख्य पार्काे, कलक्ट्रेट, कचहरी व अन्य सरकारी कार्यालय परिसरों सहित विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर पक्षियों के लिए घोंसले लगाने तथा दाना पानी आदि का प्रबंध करेगा और लोगों को भी प्रेरित करेगा।  महापौर डॉ. अजय कुमार ने बच्चों से पर्यावरण विज्ञान में क्या पढ़ाया जाता है, पेड़ों से हमें क्या लाभ है, वृक्ष हमें क्या-क्या देते हैं आदि प्रश्न पूछे। बच्चों ने बडे़ उत्साह से प्रश्नों के उत्तर दिए। महापौर ने सभी बच्चों को एवं उनके शिक्षक को पुरस्कृत किया और घोंसले प्रदान करते हुए उन्हें अपने घर तथा आसपास लगाने के लिए प्रेरित किया। इससे पूर्व अपर नगरायुक्त मृत्युंजय ने महापौर का स्वागत करते हुए कहा कि पर्यावरण पर प्रदूषण का बहुत दुष्प्रभाव पड़ा है, जिसके कारण गौरया लगभग लुप्त होने की ओर है। हम सब मिलकर पक्षियों को बचाएं और लोगों को प्रेरित करें, निगम के इस अभियान का यही प्रयास है।  उपसभापति मुकेश गक्खड़ ने भी लोगों से अपने घरों पर पक्षियों के लिए पानी व दाना रखने और घोंसले रखने की अपील की। क्षेत्रीय पार्षद राजेंद्र कोहली ने कहा कि जंगलों से वृक्ष काटकर कंकरीट के जंगल खडे़ करने से पर्यावरण संतुलन बिगड़ा है। साहित्यकार डॉ. वीरेन्द्र आज़म ने कहा कि आदमी की त्रुटियों के कारण धरती लगातार गरमा रही है और ग्लेशियर पिघल रहे है। परिणामतः गौरया, तोता, कोयल और मोर आदि पक्षी व तितली प्रकृति से गायब हो रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण कर हमें इन्हें बचाना होगा। नगर स्वास्थय अधिकारी प्रवीण शाह, सहायक नगरायुक्त शिवराज सिंह, सहायक लेखाधिकारी राजीव कुशवाह, वरिष्ठ लेखा परीक्षक अजमैन, प्रवर्तन दल प्रभारी कर्नल एच बी गुरुंग, सम्पत्ति सुरक्षा अधिकारी हरि प्रकाश कसाना, एई जल राजेंद्र व ललित,  पर्यावरण इंजीनियर दीपक विशाल व जेई समर गौतम ने भी महापौर का स्वागत किया। कार्यक्रम में आईटीसी सुनहरा कल के वालंटियर्स, निगम के अनेक अधिकारी व गणमान्य लोग शामिल रहे। संचालन डॉ. वीरेन्द्र आज़म ने किया।


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