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नारी उदयमिता के बिना ग्रामीण विकास नही सम्भव -राजकुमार

नारी उदयमिता के बिना ग्रामीण विकास नही सम्भव -राजकुमार

  रिपोर्ट धर्मेंद्र अनमोल

सहारनपुर-ग्राम विकास गतिविधि अन्तर्गत महानगर सहारनपुर के ग्राम सरकडी शेख में *स्वरोजगार कार्यशाला का आयोजन स्वयं सहायता समूहों के साथ किया गया* प्रशिक्षित महिलाओं ने लगाये स्वरोजगार स्टालइस दौरान वरिष्ठ समाजसेवी एवं ग्राम विकास गतिविधि मेरठ से पधारे प्रान्त संयोजक श्री राजकुमार मुख्य अतिथि रहें

उन्होने उपस्थित महिलाओं को गांव में रहकर स्वरोजगार से जुडने के सुझाव दियें और प्रेरणादायक सफल उदयमियों के उदाहरण देते हुए बताया कि देश का आर्थिक विकास नारी उदयमिता के बिना सम्भव नही। भारत सरकार ने अनेक रोजगार परक प्रशिक्षण देने वाले संस्थान जैसे ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, कृषि विज्ञान केन्द्र, उघान विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन संचालित है जहाॅ से हूनर प्राप्त कर स्वरोजगार से जुड सकते है। उन्होने गांव में चलने वाले लगभग 30 प्रकार के उद्यमों की विस्तार से जानकारी दी और मार्केट सर्वे, मार्केटिग, गुणवत्ता पर प्रकास डाला। जनपद के सफल उदयमी एवं ग्राम विकास गतिविधि संयोजक श्री कल्याण सिंह* ने सफल उदयमी के गुणों पर चर्चा की और कहा कि यदि उदयमिता के गुण आपमें है तो आप शून्य से शिखर तक जा सकते है। *भारत की प्राचीन परंम्परा को जीवित रखने का दायित्व नारी शक्ति का ही है।कार्यक्रम का संचालन करते हुए पीएनबी ग्रामीण स्वरेाजगार संस्थान के कार्यक्रम संयोजक अमित कुमार चौबे* ने बताया कि प्रत्येक जनपद में आरसेटी संचालित है जोकि ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित है जिसमें  लगभग 60 प्रकार के निशुल्क प्रशिक्षण जोकि रोजगार परक है, चलाये जाते है और प्रशिक्षित युवा गांव में ही रह कर व्यवसाय कर सकता हैं। सीएम युवा उदयमी योजना, मुद्रा योजना, पीएमईजीपी, एवं अन्य ऋण योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी गयी।कार्यक्रम के समापन पर गांव में उद्यम आरम्भ करने वाली एवं स्वरोजगार स्टाल लगाने वाली महिला उद्यमियों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्रदान कियें गयंे। स्वयं सहायता *समूह की समूह सखी अनिता एवं  रेशमा, मंजीता, टीनू, रीमा, अनिका*, ने अपने विचार रखें और कहा कि गांव का पैसा गांव में ही रहना चाहिये और बाहर का पैसा भी अब गांव में आना चाहिये इसके लिए हम महिलायें उत्पादों की बिक्री अपने गांव से ही शुरू करेंगी। इस अवसर पर लगभग 65 महिलाओं ने हिस्सा लिया। *गांव की महिलाओं ने ग्राम विकास गतिविधि अंतर्गत आरसेटी* से धूपबत्ती, अगरबत्ती, झाडू निर्माण, फिनाईल बनाना, अचार और मसाले बनाने का प्रशिक्षण लिया उनके द्वारा निर्मित उत्पादों के सर्वधन एवं बिक्री हेतु इस कार्यशाला से मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

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