Ticker

6/recent/ticker-posts

अधिकारी सरकार का नुमाइंदा बनकर विपक्ष के नेताओं को दबाने का काम कर रहे हैं-पूर्व विधायक माविया अली

अधिकारी सरकार का नुमाइंदा बनकर विपक्ष के नेताओं को दबाने का काम कर रहे हैं-पूर्व विधायक माविया अली

रिपोर्ट समीर चौधरी

देवबंद- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव की करीबी कैराना लोकसभा सीट से सांसद इकरा हसन के साथ एडीएम प्रशासन सहारनपुर द्वारा अभद्रता किए जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। पूर्व विधायक माविया अली ने कड़ा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकारी सरकार का नुमाइंदा बनकर विपक्ष के नेताओं को दबाने का काम कर रहे हैं। सरकार बदलने पर ऐसे अधिकारियों को जवाब देना होगा।

बुधवार को मीडिया में जारी बयान में पूर्व विधायक माविया अली ने सांसद इकरा हसन और छुटमलपुर नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ हुए अभद्र व्यवहार की घटना पर कड़ा रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं। जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए नियुक्त अधिकारी शोषण करने में लगे हुए हैं। जनप्रतिनिधियों को डराने धमकाने का काम किया जा रहा है। माविया अली ने कहा कि सपा के सिपाहियों को न डराया जा सकता है और न दबाया। सांसद इकरा हसन के साथ अभद्र व्यवहार राजनीति से प्रेरित घटना है जिसे सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने मंडलायुक्त अटल कुमार रॉय व जिलाधिकारी मनीष बंसल से निष्पक्ष जांच कराते हुए आरोपी एडीएम प्रशासन संतोष बहादुर सिंह के खिलाफ विभागीय कार्यवाही किए जाने और ऐसा न होने पर सपाइयों द्वारा सहारनपुर से लेकर लखनऊ तक विरोध प्रदर्शन किए जाने की चेतावनी दी है। बता दें कि बीती एक जुलाई को कैराना सांसद इकरा हसन छुटमलपुर नगर पंचायत अध्यक्षा शमा परवीन के साथ विभिन्न समस्याओं को लेकर एसडीएम प्रशासन के कार्यालय गई थीं। आरोप है कि मुलाकात के दौरान अपमानजनक व्यवहार करते हुए एडीएम ने दोनों महिला नेत्रियों को कार्यालय से बाहर निकलने के लिए कह दिया था। सांसद इकरा हसन ने इस मामले की शिकायत प्रमुख सचिव नियुक्ति उत्तर प्रदेश के साथ-साथ मंडलायुक्त सहारनपुर से की थी। शिकायत के बाद मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिला पोषण समिति की बैठक