25 करोड़ जनता की उन्नति के लिए उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटा जाए-भगत सिंह वर्मा।
छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से ही देश की उन्नति संभव-भगत सिंह वर्मा।
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
मेरठ -उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण यहां कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। पूरा प्रदेश गरीबी महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगारी गुंडागर्दी और अव्यवस्था की चपेट में है। इसलिए उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता की उन्नति के लिए उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण किया जाए।
आज यहां गंगानगर में एक बैठक को संबोधित करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि देश की उन्नति और कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए छोटे-छोटे राज्यों का निर्माण जरूरी है। देश के छोटे राज्य हरियाणा पंजाब उत्तराखंड तेलंगाना इसके उदाहरण है। उत्तर प्रदेश देश ही नही दुनिया का सबसे बड़ा राज्य है। एक उत्तर प्रदेश राज्य की जनसंख्या 25 करोड़ है। दुनिया के मात्र तीन देश जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश से बड़े हैं। जनसंख्या की दृष्टि से दुनिया में तीसरे नंबर पर यूनाइटेड स्टेट अमेरिका की जनसंख्या 35 करोड़ है। और वहां पर 50 राज्य हैं। छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से ही देश की उन्नति संभव है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने पर जहां शिक्षा और चिकित्सा अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी और सभी को निशुल्क होगी वहीं पर यहां के शिक्षक युवाओं को भरपूर रोजगार मिलेंगे। और प्रति व्यक्ति वार्षिक आय देश में ही नहीं दुनिया में सबसे अधिक लक्जमबर्ग कतर सिंगापुर जैसे देशों से भी अधिक पृथक पश्चिम प्रदेश में होगी। आज पश्चिम उत्तर प्रदेश के 26 जिलों के प्रदेश सरकार को 80% राजस्व देने के बावजूद भी यहां शिक्षा और चिकित्सा नाम मात्र को है। यहां एक भी एम्स नहीं है शिक्षा के क्षेत्र में आईआईटी आईआईएम NIT भी नहीं है। भगत सिंह वर्मा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 करोड़ जनता की उन्नति के लिए किसानों मजदूरों व्यापारियों दुकानदारों बुद्धिजीवियों पत्रकारों छात्रों और युवाओं से एकजुट होकर पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए संघर्ष करने का आव्हान किया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद जहीर तुर्की ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। बैठक का संचालन करते हुए राष्ट्रीय महासचिव रामकुमार नेता ने कहा कि पिछले 45 वर्ष से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिवक्ता गण हाई कोर्ट बेंच की मांग कर रहे हैं। लेकिन पूर्वांचल के नेताओं का दिल्ली में दबदबा होने के कारण यहां आज तक हाई कोर्ट की बेंच भी नहीं बनाई गई है। इसलिए अब सभी को मिलकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण कराकर मेरठ में ही राजधानी और हाई कोर्ट बनाने के लिए संघर्ष करना चाहिए। बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहम्मद फिरोज खान राष्ट्रीय सलाहकार रजत शर्मा राष्ट्रीय सलाहकार हाफिज मुर्तजा त्यागी प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल प्रदेश महासचिव विकास तोमर प्रदेश सचिव ऋषि पाल गुर्जर परदेस मीडिया प्रभारी दुष्यंत सिंह वसीम जहीरपुर हाजी सुलेमान हाजी साजिद मोहम्मद राशिद सत्येंद्र गोदारा नरेंद्र गोदारा विपिन मलिक सुरेंद्र सिंह एडवोकेट महाराज सिंह एडवोकेट नरेश एडवोकेट आदि ने भाग लिया।
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