चांद के दीदार के साथ पूर्ण हुआ करवाचौथ का व्रत
पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिनों ने रखा व्रत
शुभ मुहूर्त में बुजुर्ग महिलाओं से सुनी कथा,शाम को चंद्र देव को दिया अर्घ्य
रिपोर्ट अमित मोनू यादव
सहारनपुर : करवाचौथ का पावन पर्व शुक्रवार को पारंपरिक हर्षोल्लास और रीति-रिवाज के साथ मनाया गया। पति की दीर्घायु की कामना को महिलाओं ने व्रत रखा। शाम को शुभ मुहूर्त में विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना कर बायना निकाला। पहली करवा चौथ का व्रत रखने वाली नवविवाहिताओं के जीवन में यह पर्व अपार खुशियां लेकर आया।
शुक्रवार के दिन पर्व को और अधिक खास बनाने में महिलाओं ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। सजनी में सजना के लिए सज कर निर्जल व्रत रख उनकी लंबी उम्र की कामना की।सूर्यादय के साथ शुरू हुआ व्रत रात को चांद और पति के दीदार के साथ पूरा हुआ। श्रृंगार के लिए सुबह से ही ब्यूटी पार्लर पर भीड़ रही। दोपहर बाद घर-घर में महिलाओं ने बुजुर्ग महिलाओं से करवाचौथ की पारंपरिक कथा सुनी और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके पश्चात महिलाओं ने शाम के समय पूजा कर बायना निकाला और अपनी सास व बुजुर्ग महिलाओं को भेंट कर उनसे आशीर्वाद लिया।महानगर के सभी मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना आयोजित हुई आवास विकास स्थित श्री हरि मंदिर,गुरुद्वारा रोड स्थित श्री आशु तोष शिव मंदिर,सुभाष नगर के सनातन धर्म मंदिर आदि में हुए सामूहिक आयोजन में महिलाओं ने विधि-विधान से पूजा अर्चना की गई । रात को चांद के दीदार के साथ हीं महिलाओं ने चंद्रमा के दर्शन कर अर्घ्य दिया और पति के हाथों से जल ग्रहण कर उनकी लंबी उम्र की कामना की।दिन भर पति के लिए व्रत रखने के बावजूद महिलाओं के चेहरों पर खूब रौनक रही।पहली बार करवाचौथ का व्रत रखने वाली नवविवाहिताओं के चेहरे पर उत्साह साफ नजर आया, छलनी से ही चांद के दीदार कर पति के भी दीदार किये।
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