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पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए युवा शक्ति आगे आए - भगत सिंह वर्मा

पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए युवा शक्ति आगे आए - भगत सिंह वर्मा

पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने तक संघर्ष जारी रहेगा–भगत सिंह वर्मा

रिपोर्ट समीर चौधरी

देवबंद - जमीयत उलेमा ए हिंद के नेता हजरत मौलाना महदूद मदनी के निवास पर उनसे पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने विस्तार से चर्चा की। 

पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने हजरत मौलाना महदूद मदनी से चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश भारतवर्ष का ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा राज्य है। दुनिया के मात्र चार देश भारत चीन यूनाइटेड स्टेट अमेरिका व इंडोनेशिया जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश से बड़े हैं। बाकी दुनिया के 193 देश उत्तर प्रदेश से जनसंख्या की दृष्टि से छोटे हैं। उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण यहां कानून व्यवस्था चौपट है। पूरा प्रदेश गरीबी महंगाई भ्रष्टाचार गुंडागर्दी एवं अव्यवस्था की चपेट में है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि इतने बड़े राज्य का मुखिया लखनऊ में बैठकर सही से उत्तर प्रदेश का संचालन नहीं कर सकता है। छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से ही देश की उन्नति भी संभव है। भगत सिंह वर्मा ने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर राज्य पुनर्गठन आयोग गठित करके उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले सरकार को 80% राजस्व देते हैं। इसके बावजूद भी पश्चिम प्रदेश में शिक्षा और चिकित्सा ना मात्र को है। यहां एक भी एम्स नहीं है आईआईटी नहीं है एन आई टी नहीं है आईआईएम नहीं है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने पर यहां शिक्षा और चिकित्सा अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी और सभी को निशुल्क होगी। और प्रति व्यक्ति वार्षिक आय देश में ही नहीं दुनिया में सबसे अधिक होगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए युवा शक्ति आगे कर संघर्ष करें।  राष्ट्रीय अध्यक्षभगत सिंह वर्मा ने कहा कि 45 वर्ष से मेरठ में हाई कोर्ट की बेंच की स्थापना के लिए अधिवक्ता गण संघर्षरत हैं। यहां से सबसे अधिक टैक्स देने के बावजूद भी आज तक यहां हाई कोर्ट की बेंच की स्थापना नहीं की गई है। जो यहां की 8 करोड़ जनसंख्या के लिए सरासर अन्याय है। महाराष्ट्र में चार हाई कोर्ट की बेंच है। और मध्य प्रदेश में तीन हाई कोर्ट की बेंच है। जबकि दुनिया के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल के नेताओं ने एक हाईकोर्ट की बेंच भी इलाहाबाद के पास ही लखनऊ में बनवा ली है। जबकि झांसी आगरा और मेरठ में हाई कोर्ट की बेंच होनी चाहिए। जमीयत उलेमा ए हिंद के नेता हजरत मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का विभाजन जरूरी है। और पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने पर यहां के 8 करोड लोगों को इसका सीधा-सीधा लाभ होगा। उन्होंने किसानों मजदूरों व्यापारियों दुकानदारों अधिवक्ताओं युवा और छात्रों से पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण करने के लिए संघर्ष का आव्हान किया। चर्चा में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय सलाहकार हाफिज मुर्तजा त्यागी इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष समरपाल सिंह मालू चौधरी नीतू त्यागी ने भाग लिया। 


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