हिंदी संस्थान के पुरस्कार पुनः शुरु करने की मांग
साहित्यकार डॉ.वीरेंद्र आजम ने उपमुख्यमंत्री से मुलाकात कर रखी साहित्यकारों की बात
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-साहित्यकार डॉ. वीरेन्द्र आज़म ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से भेंटकर उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा देश-प्रदेश के साहित्यकारों एवं पत्रकारों को दिये जाने वाले पुरस्कार पुनः शुरु किये जाने की मांग की।
गंगोह रोड पर एमआरएस पब्लिक स्कूल में आयोजित समारोह में साहित्यकार डॉ. वीरेन्द्र आजम ने महानगर के साहित्यकारो एवं पत्रकारों की ओर से उपमुख्यमंत्री का बुके भंेटकर स्वागत करते हुए उनसे हिंदी संस्थान के पुरस्कारों को फिर से शीघ्र शुरु करने की मांग की। उन्होंने उपमुख्यमंत्री से कहा कि ये पुरस्कार गत चार वर्ष से बंद होने के कारण प्रदेश के साहित्यकार अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान पिछले कई दशक से देश-प्रदेश के साहित्यकारों एवं पत्रकारों को उनके काव्य, कहानी, गज़ल सहित अनेक विधाओं की पुस्तकों पर राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के पुरस्कार प्रदान किये जाते रहे हैं। लेकिन गत 2022 के आवेदन मांगे जाने के बाद आज तक ये पुरस्कार नहीं दिए गए हैं। इतना ही नहीं गत तीन वर्ष से पुरस्कार के लिए आवेदन मांगे ही नहीं गए हैं।
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