डा. संजीव मिगलानी की अस्थमा से पीड़ित लोगों को विशेष सलाह
शहर के जाने माने चिकित्सक डा. संजीव मिगलानी एम. डी. (मेडिसिन) ने बताया कि 7 मई को विश्व भर में अस्थमा दिवस मनाया जाता है इस दिन सभी डॉक्टर लोगों को अस्थमा की बीमारी के लिए जागरुक करते हैं डा. संजीव मिगलानी ने बताया कि अस्थमा के लक्षण पाए जाने वाले मरीजों में लगातार खाँसी बने रहना, साँस लेने में आवाज का आना, छाती में हमेशा अकडून रहना और सीटी जैसी आवाज़ रहना, घुट्नु सी महसूस करना,सोते समय सांस का फूलना सुबह के समय अधिक खांसी समस्या बनी रहती है अस्थमा के प्रमुख कारण आनुवांशिक कारणों से धूम्रपान, मानसिक तनाव,खाँसी की अनदेखी वाहनों से निकलने वाला हानिकारक धूस जलने और वाला कूडा रबउ चिमनियों कूडा अ से निकलने से हानिकारक धू वाला धूर्जा सीलन, गोबर के उपलो आदि से निकलने वाले तत्त्वों से 543 जहरीले तत्त्व है। अस्थमा से किये जाने वाले बचाव धूम्रपान, धूल, धूएं से बचे तला, भुना भोजन न करें ,सुगंधित फलों, परफ्यूम से बचे तुरन्त चिकित्सक से मिले।मरीज़ इनहेलर और रोटाकेप का प्रयोग करें
विशेष बचाव :-
ग्रामीण क्षेत्तों में गोबर के उपले बहुत ज़्यादा जलाये जाते है जिसमे से धूएँ से 543 हानिकारक तत्त्व और गैसे निकलती है जिनमें कार्बन- मोनो-आक्साईड,सल्फर डाई आक्साईड आदि जैसे सांस की नली को सिकुड़ देती है। ईंट के भट्टो और चिमनियों में से जो हानिकारक गैस निकलती है अस्थमा कर देती है।
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