आईआईएमटी कॉलेज में आयोजित किया गया मेधावियों का सम्मान समारोह
रिपोर्ट एसडी गौतम
नागल-स्टेट हाईवे 59 पर गांव उमाही स्थित इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी सहारनपुर में मेधावी छात्र छात्राओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। संस्था निदेशक डॉ. अंजू वालिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह सम्मान समारोह विद्यार्थियों की उपलब्धियों का उत्सव है लेकिन इसके पीछे छिपी वर्षों की मेहनत, आत्मनियंत्रण और समर्पण को भी नमन करने का अवसर है इसलिए इंद्रप्रस्थ संस्थान हमेशा से ऐसी प्रतिभाओं को मंच देने, संवारने और प्रोत्साहित करने में अग्रणी रहा है क्योंकि हमारा उद्देश्य केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है हम चाहते हैं कि हमारे छात्र विचारशील नागरिक बनें जो समाज को दिशा दे सकें।
संस्था चेयरमैन डॉ. एससी कुलश्रेष्ठ ने कहा कि जब विद्यार्थी सम्मान प्राप्त करते हैं तब उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और साथ ही साथ शेष समाज को भी यह संदेश जाता है कि परिश्रम और लगन का फल अवश्य मिलता है।संस्था सचिव संकल्प कुलश्रेष्ठ ने इस अवसर को प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों के लिए सम्मान का अवसर है, बल्कि शिक्षकों और अभिभावकों के तप का भी अभिनंदन है जिन्होंने इन मेधावियों को गढ़ा है।मेधावियों ने सम्मान पाकर उत्साहित होकर कहा कि यह सम्मान हमारे लिए केवल पुरस्कार नहीं है यह हमें अपने लक्ष्य के प्रति और अधिक प्रतिबद्ध करता है। इंद्रप्रस्थ में आकर हमें अपने सपनों को साकार करने की नई ऊर्जा मिली है। छात्रा काव्या चौहान ने कहा कि यहाँ जो मंच मिला, वह मेरे जीवन का सबसे गौरवपूर्ण पल रहा जब सैकड़ों लोगों के सामने मेरा नाम पुकारा गया, वह क्षण कभी नहीं भूल पाऊँगी। शिक्षिका श्रीमती कल्पना ने कहा कि इंद्रप्रस्थ कॉलेज ने आज न केवल विद्यार्थियों को सम्मानित किया, बल्कि उनके शिक्षकों को भी गौरव का अनुभव कराया यह आयोजन शिक्षकों के लिए भी एक प्रेरणा है कि उनका मार्गदर्शन कितने दूर तक पहुँच सकता है। अभिभावक नरेश त्यागी ने अपने भावुक विचार साझा करते हुए कहा कि हमारे लिए यह आयोजन एक सपने के पूरे होने जैसा है जब अपने बच्चे को मंच पर सम्मानित होते देखा तो आँखों में गर्व के आँसू थे। कॉलेज प्रबंधन का यह प्रयास समाज के लिए एक मिसाल है।कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. नेहा त्यागी और आयुषी द्वारा किया गया। अंततः यह आयोजन न केवल एक समारोह था, यह एक संदेश था कि मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती, और जब प्रतिभा को पहचान मिलती है, तो समाज और राष्ट्र दोनों प्रगति की ओर अग्रसर होते हैं इंद्रप्रस्थ कॉलेज ने इस आयोजन के माध्यम से यह साबित किया कि वह केवल शिक्षा नहीं देता वह संस्कार, आत्मबल और नेतृत्व की लौ प्रज्वलित करता है जो पीढ़ियों तक प्रज्वलित रहेगी।
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