पर्यावरण अभियान के अंतर्गत नेशनल मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य डॉक्टर असलम ने किए फलदार एवं दुर्लभ औषधियों के पौधे रोपित
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-पर्यावरण अभियान के अंतर्गत एवं पर्यावरण को संतुलित करने और ऑक्सीजन की मात्रा को समुचित बनाने के लिए नेशनल मेडिकल कॉलेज सहारनपुर में फलदार एवं दुर्लभ औषधियों के पौधे प्राचार्य डॉक्टर असलम के नेतृत्व में रोपित किए गए ।
डा असलम ने बताया कि पहले से ही एन एम सी में विभिन्न प्रकार के औषधियों के पौधे उत्तर प्रदेश सरकार एवं उत्तराखंड के मंत्रियों द्वारा विभिन्न अवसरों पर रोपित किए गए जैसे नेशनल इंटीग्रेशन मिनिस्टर श्री आबिद रजा खां बरेलवी द्वारा अर्जुन का पौधा 29 नवंबर 2013 को लगाया गया था जो कि अब 30 फीट से ऊंचा और खूबसूरत पेड़ की शक्ल में एन एम सी में मौजूद है। आज ऑक्सीजन को अधिक मात्रा में बनाने और ओजोन लेयर के प्रदूषण से बचाने के लिए अर्जुन अमरूद और पपीते के पेड़ो को नेशनल मेडिकल कॉलेज के औषधि प्रखंड में रोपित किए गए। साथ ही मैडम रीता को उनमें प्रतिदिन पानी देने एवं पत्तियों की खाद डालने का कार्य सौंपा गया और मैडम आकांशा और मैडम रेनू को इन पौधों की ऑर्गेनिक देख भाल की जिम्मेदारी दी गई और दूसरे स्टाफ को औषधि प्रखंड को बंदरों आदि से बचाने की जिम्मेदारी दी गई।फॉरेस्ट थेरेपी से विभिन्न रोगों का इलाज बिना कोई एलोपैथिक मेडिसिन दिए हो सकता है उदाहरण के लिए अर्जुन के पेड़ को सुबह शाम आधे आधे घंटे हाथो से बगल में दबाकर रखने से कोलेस्ट्रॉल और हृदय की बीमारियों को कंट्रोल किया जा सकता है साथ ही अर्जुन के बाग में टहलने से हृदय घात की समस्या में कमी आती है साथ स्वर्ण भस्म और अजवाइन का शहद मिलाकर उसमें थोड़ी से अर्जुन की छाल का चूर्ण मिलाकर लेने से बाय पास सर्जरी से बचा जा सकता है उल्लेखनीय है की एन एम सी में नेचुरोपैथी और आयुर्वेदिक का हॉस्पिटल भी है जिसमे सोना बाथ स्टीम बाथ और साल्ट थेरेपी भी मौजूद है जिसमे भारत और विदेशों कनाडा आदि से रोगी अपना इलाज कराने आते है साथ ही आयुर्वेदिक यूनानी हीजामा होम्योपैथी के साथ साथ विभिन्न प्रकार के कोर्सेज कराए जाते है।सभी उपस्थित जनो ने प्लास्टिक और फ्रोजेन फूड ना खाने का वचन स्वयं से दोहराया क्योंकि हमें शीघ्र अति शीघ्र इस पृथ्वी को पर्यावरण से बचाना है।
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