ग्लोकल विश्वविद्यालय में मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत व्याख्यान आयोजित
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-ग्लोकल विश्वविद्यालय,सहारनपुर के अतिरिक्त प्रतिकुलाधिपति श्री सैयद निजामुद्दीन के संरक्षण कुलपति प्रोफेसर जॉन फिन्बे की प्रेरणा और कुलसचिव प्रोफेसर शिवानी तिवारी की अनुप्रेरणा से राष्ट्रीय सेवा योजना एवं छात्र कल्याण अधिष्ठाता टीम की ओर से प्रोफेसर शोभा त्रिपाठी और चीफ़ प्रॉक्टर जमीरुल इस्लाम के संयोजन में मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत सुप्रसिद्ध समाजसेवी और वूमेन अचीवर अवार्ड विजेता सुश्री मुबशीरा खान द्वारा सार्थक व्याख्यान दिया गया। इस अवसर पर छात्रों से उन्होंने संवाद भी किया।
ए. पी. जे. अब्दुल कलाम पुरस्कार विजेता सुश्री मुबशीरा खान अल्पसंख्यक लड़कियों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं अतः उनका वक्तव्य मूल रूप से अल्पसंख्यक समाज की स्त्रियों पर केंद्रित रहा। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों की स्त्रियाँ आज भी शिक्षा के क्षेत्र में अनेक सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक चुनौतियों का सामना कर रही हैं। यद्यपि समय के साथ जागरूकता और सरकारी योजनाओं के माध्यम से शिक्षा का प्रसार हुआ है, फिर भी इन समुदायों की महिलाओं की साक्षरता दर अपेक्षाकृत कम है। परंपरागत सोच, आर्थिक अभाव तथा घर की चारदीवारी तक सीमित रहने की बाध्यताएँ उनकी शैक्षिक प्रगति में प्रमुख अवरोध हैं। इसके बावजूद, अनेक महिलाएँ अपने अधिकारों और पहचान के लिए संघर्षरत हैं। वे शिक्षा को स्वतंत्रता और सशक्तिकरण का माध्यम मानते हुए आगे बढ़ रही हैं। मदरसों में सुधार, छात्रवृत्तियाँ, और कौशल विकास योजनाएँ इन महिलाओं के लिए नई संभावनाएँ खोल रही हैं। उनके संघर्ष की कहानी न केवल प्रेरक है बल्कि यह भी दर्शाती है कि यदि अवसर और समर्थन मिले, तो अल्पसंख्यक समुदाय की स्त्रियाँ भी समाज की मुख्यधारा में समान रूप से योगदान दे सकती हैं। उनसे प्रश्न करने वाले छात्रों में अलीना, अभिषेक, महक आदि प्रमुख थे। अंत में फैकल्टी मेंबर मिस फातिमा ने भी उनसे प्रश्न पूछे जिनका उन्होंने बड़ी ही सहजता से उत्तर दिया। यह कार्यक्रम छात्रों के लिए अत्यंत लाभप्रद रहा। कार्यक्रम में बिजनेस स्कूल के डीन श्री संदीप, डीन स्टूडेंट वेलफेयर मेंबर श्रीमती रीना, सुश्री दीपिका, अरशद खान आदि लोग उपस्थित रहे।
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