भूखों को भोजन कराना ही सच्ची मानवता : स्वामी ज्ञानानंद
सहारनपुर। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द महाराज ने कहा कि भूखे को भोजन कराना ही सच्ची मानवता है। स्वामी ज्ञानानन्द आज यहां जनमंच के निकट लोक कल्याण सेवा समिति के तत्वावधान में चलायी जा रही प्रभु जी की रसोई में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में व्यक्त किये।

उन्होंने कहा कि सेवा से जो संतुष्टि का भाव उत्पन्न होता है वह करोड़ों रूपये खर्च करके भी नहीं मिल सकता। सेवा वही कर पाता है जो परमात्मा का प्रिय हो । परमात्मा की कृपा दृष्टि सेवा करने वाले पर हमेशा रहती है। उन्होंने कहा कि प्रभु जी की रसोई के सचिव शीतल टण्डन एवं उनकी टीम द्वारा चलायी जा रही अन्न क्षेत्र सेवा वस्तुतः वन्दनीय है और एक प्रेरक प्रयास है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की सेवा प्रेरणा लेकर अन्यत्र भी संचालित की जाये ताकि जरूरतमंदों को भोजना कराया जा सके ।इससे पूर्व स्वामी जी ने अपने हाथों से भूखों व जरूरतमंदों को भोजन कराया तथा प्रभु जी की रसोई संचालकों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।इस अवसर पर मुख्य रूप से सचिव शीतल टण्डन, मेजर एस. के. सूरी, कर्नल संजय मिडढा, प्रवीन चांदना, मुरली खन्ना, राजीव अग्रवाल, राजा नागपाल, भोपाल सिंह सैनी, नवीन मक्कड़, कृष्ण लाल मिडढा, राजकुमार विज, संजीव सचदेवा, मुरली मनोहर, सुरेन्द्र सचदेवा, सुरेश शर्मा, जसवंत सिंह बत्रा, पवन किनरा सहित भारी संख्या में मौजूद रहे।
रिपोर्ट-अमान उल्ला खान
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