इल्म के साथ उस पर अमल करना भी ज़रूरी-मौलाना आबिद
बेहट-सहारनपुर-गांव जमालपुर मे स्थित मदरसा मरकजूल उलूम मे वार्षिक प्रोग्राम का आयोजन किया गया, जिसमे कुरान के हाफ़िज़ हुए 18 छात्र- छात्राओं के सरों पर दस्तार बांधकर सम्मानित किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में मदरसे में पढ़ने वाली छात्राओं ने अपने प्रोग्राम वक्ताओं के समक्ष पेश किये। जिनमे रज़िया ज़रीफ, तबस्सुम शब्बीर, नाज़रीन, कोसर जहाँ कबीरपुर, शाजमा जमालपुर आदि ने उर्दू हिंदी अंग्रेजी भाषा मे सम्बोधित किया। प्रोग्राम का संचालन मौलाना मुकर्रम जमाल ने किया। कारी अनवर अली ने तिलावत कर व कारी सिराज अहमद की नजम से प्रोग्राम की शुरुआत हुई। अध्यक्षता मौलाना अतहर मज़ाहिरी ने की। शिक्षक संस्था मज़ाहिर उलूम सहारनपुर से आए मौलाना आबिद ने कहा की अपने बच्चों को क़ुरान के हाफ़िज़ के साथ आलिम डाक्टर इंजीनियर भी बनाओ पढ़ाई करके ही ज़िन्दगी जीनेका सही तरीका मालूम होगा कारी महताब आलम ने भी बच्चों के प्रोग्राम देख कर और जिनके सरों पर दस्तार सजी उको व उनके परिवार वालों को मुबारकबाद बाद दी उन्होंने कहा की क़ुरान के हाफ़िज़ को कयामत के दिन अल्लाह कहेगा क़ुरान पढता जा जन्नत की सीढ़ीयों पर चढ़ता जा अपने बच्चोँ को क़ुरान का हाफ़िज़ अवश्य बनाएं प्रोगाम की अध्यक्षता कर रहे मौलाना अतहर ने आनेवाले सभी मेहमानों का धन्यवाद अदा किया। इस ओसर पर मौलाना अहमद, कारी सलीम, कारी अरशद अली, मौलाना अमजद अली, मौलाना रियाज़ कारी अमजद, हाफ़िज़ अब्दुल सत्तार, कारी इक़लीम, हकीम मुज़फ्फर, मौलाना इंतजार, मौलाना अब्दुल वाजिद, कारी बिलाल आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट--शेख़ परवेज़ आलम
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