Ticker

6/recent/ticker-posts

सच टिकाऊ सांस और समय अमूल्य, बिना संस्कारों के कागज मात्र है डिग्री-आचार्य संत कंवरपाल ब्रह्मचारी

सच टिकाऊ सांस और समय अमूल्य, बिना संस्कारों के कागज मात्र है डिग्री-आचार्य संत कंवरपाल ब्रह्मचारी

रिपोर्ट एसडी गौतम

यमुनानगर-अखिल भारतीय संत शिरोमणि सतगुरु रविदास मिशन के तत्वाधान में बेगमपुरा शोध संस्थान चेरिटेबल ट्रस्ट के सौजन्य से सतगुरु स्वामी समनदास ध्यान योग आश्रम डेरा फर्कपुर जगाधरी में पच्चीसवां वार्षिक महान संत समागम धूमधाम से आयोजित किया गया। महान संत समागम का शुभारंभ संत शिरोमणि सतगुरु रविदास जी महाराज, स्वामी ज्ञानभिक्षुक दास जी महाराज व सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज के श्री चरणों कमलों में गुरुपूजा अर्पित कर आरती वंदना से किया गया। 

संत समागम में संगत को निहाल करते हुए आचार्य संत कंवरपाल ब्रह्मचारी जी महाराज ने कहा कि गुरु शब्दरूपी होते है जिनकी शिक्षाएं हमें निर्देशित करती है क्योंकि संतो का आशीर्वाद ही कर्मों का फल है जिसको हमें जीवन में सत्संग का स्मरण करना चाहिए क्योंकि सत्संग हमें अनुशासन सिखाता है और जीवन मर्यादित होता है क्योंकि सच शाश्वत और टिकाऊ है इसलिए जहांपर संगत लगती है वहीं सत्संग होता है। उन्होंने एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि डेरे, गुरुओं या टुकड़ों में बंटने वाले का कोई भी फायदा उठा लेते है इसलिए आपस में न बंटकर आपसी सद्भाव से रहना चाहिए क्योंकि जो आनंद एकता में है वह कहीं नहीं है, जागना आवश्यक है और छोटा प्रयास करने से कार्य बड़ा होता है। क्योंकि जीवन में सांस और समय अमूल्य है जिसका जीवन में बड़ा महत्व है जिसे कभी खरीदा नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि पूरबले व्यक्ति को ही सतगुरु के दीदार होते है क्योंकि चाह रखने वाला पढ़ता हैं इसलिए लिख देना चाहिए। मां  मालिक का ही रूप है जो बाहरी दिखावा छोड़कर अंतर्मन से देखकर अनुभवी होती है। वर्तमान परिस्थितियों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बिना संस्कार के डिग्री मात्र कागज का ढेर है इसलिए जीवन में शिक्षा के साथ संस्कारों और व्यवहारिक ज्ञान का होना अत्यंत आवश्यक है ऑनलाइन एकांतवास में रहने वाला परिवार को नुकसान देता है इसलिए परिवार में आपसी सौहार्द जरूरी है। उन्होंने सभी संतो शिक्षा, चिकित्सा व एकजुटता पर जोर देते हुए बहुजन महापुरुषों के मार्ग पर चलते हुए तरक्की प्राप्त करने की बात कही। 
संत समागम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा के पुत्र नेपाल सिंह राणा ने डेरे के निर्माण कार्य में हरसंभव सहयोग कर गुरुजी के कारवां को आगे बढ़ाने की बात कही। हरियाणा अधीनस्थ कर्मचारी आयोग के सदस्य अमर सिंह, महाधिवक्ता सुरेंद्र कुमार, निर्मल हॉस्पिटल डायरेक्टर डॉ. निर्मल सिंह, पार्षद उज्ज्वल ठाकुर व बीएससीटी चेयमैन/समाजसेवी जयराम गौतम प्रधान समेत आदि अतिथियों ने महंत ब्रह्मचारी जी को बुके देकर उनके द्वारा किए जा रहे जनहितकारी कार्यों की खुलेमन से भूरी भूरी प्रशंसा की। संत समागम में महात्मा राजकुमार दास ब्रह्मचारी ने भी विचार रखे। संचालन वीरसिंह व रोहतास कुमार ने किया। इस दौरान महात्मा गुरुमुख दास ब्रह्मचारी, बेगराज दास, नेपाल दास, मिंटू दास, समाजसेवी रामपाल सिंह गौतम, सुखबीर दास, प्रचारक रविशंकर, पत्रकार एसडी गौतम, राहुल दास समेत सैकड़ों संत महात्मा समेत नीतराम, रविन्द्र कुमार, बलबीर सिंह, अनिल कुमार, मेवाराम, दलजीत, रमेश बाबरा, वीरेंद्र कुमार, जयपाल, मेहरदास, अर्जुन सूर्यवंशी, जॉनी कट्टकवाल, विपिन मास्टर, नीटू रविदासिया, गुरुचरण कटारिया, परविंदर रविदासी, अनुज रविदासिया, मित्रसेन, सागर समनदासिया, कपिल क्रांतिकारी, बबलू चंद्रा, गोविंद सरपंच, शीशराम प्रधान, राकेश मंडेबर, बबीता सेन, अलका सिंह व शोभा सिंह समेत हजारों अनुयाई मौजूद रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

विशाल सैनी समिति द्वारा किया गया सर्वसम्मति से कार्यकारिणी का गठन